BAREILLY: स्कॉलरशिप की आस लगाए स्टूडेंट्स को समाज कल्याण विभाग के सॉफ्टवेयर ने निराशा के अंधेरे में धकेल दिया है। आरयू के सैकड़ों स्टूडेंट्स के स्कॉलरशिप के फॉर्म्स रिजेक्ट हो गए। विभाग ने तो इन अधिकांश फॉर्म्स को संदेह के घेरे में रखते हुए रिजेक्ट कर दिया। लेकिन आरयू और स्टूडेंट्स की मानें तो विभाग के सॉफ्टवेयर की टेक्निकल डिफेक्ट ने वैलिड फॉर्म्स को रिजेक्ट कर दिया। हालांकि आरयू के अधिकारियों का मानना है कि जो भी आपत्तियां हैं वह क्लियर हो जाएंगी। रिजेक्शन पर सभी स्टूडेंट्स ने अपनी सफाई भी देनी शुरू कर दी है। लेकिन फॉर्म्स के रिजेक्शन की वजह से स्टूडेंट्स के मन में स्कॉलरशिप खोने का डर बैठ गया है।
सॉफ्टवेयर में टेक्निकल लोचा
अब स्कॉलरशिप के लिए स्टूडेंट्स को ऑनलाइन फॉर्म भरना होता है। जो यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज से वैरिफाई होकर विभाग के पास जाता है। मंडे को आरयू में स्टूडेंट्स के बीच उस समय खलबली मच गई जब उन्हें मालूम चला कि उनका स्कॉलरशिप का फॉर्म समाज कल्याण विभाग ने रिजेक्ट कर दिया है। पहले तो स्टूडेंट्स ने आरयू के कर्मचारियों की क्लर्किल गलती मानकर हंगामा करने लगे। लेकिन बाद में आरयू ने स्थिति साफ करते हुए स्टूडेंट्स को आपत्तियों की बाबत सफाई देने को कहा। आरयू के डीएसडब्ल्यू विभाग की मानें तो विभाग के सॉफ्टवेयर में टेक्निकल इफेक्ट की वजह से फॉर्म्स रिजेक्ट हुए हैं। यदि किसी एक आदमी के एक से ज्यादा स्टूडेंट हैं तो सॉफ्टवेयर उन स्टूडेंट का फॉर्म इसलिए रिजेक्ट कर दिया उन सभी के फादर व मदर का नाम एक ही है। डीएसडब्ल्यू प्रो। नीलिमा सिंह ने बताया कि ऐसे सभी आपत्तियों पर स्टूडेंट्स से सफाई मांगी जा रही है। स्टूडेंट्स के वर्जन से उनके फॉर्म रिजेक्ट नहीं होंगे।