डिपार्टमेंट से लेकर क्लासेस में लगाए गए स्टिकर

कैंपस का कोई भी डिपार्टमेंट ऐसा नहीं है जो स्टूडेंट्स लीडर्स के प्रचार वाले स्टिकर्स से पटा न हो। फॉर्मसी, इंजीनियरिंग, आईएससी यहां तक की डीएसडब्लू के ऑफिस वाले डिपार्टमेंट में लीडर्स ने स्टीकर्स चस्पा कर रखे हैं। क्लासेस साहित कैंपस के चप्पे-चप्पे में स्टूडेंट्स लीडर्स ने हैंड बिल्स और स्टिकर्स के माध्यम से मौजूदगी दर्ज कराई है। यही नहीं वाल राइटिंग से भी वे बाज नहीं आ रहे हैं। कैंपस के कई बाउंड्रीवाल्स पर उन्होंने अपने नाम की वॉल राइटिंग की है। मेन गेट पर स्टूडेंट्स का ध्यान खींचने के लिए बैनर व पोस्टर फिक्स कर रखे हैं।

बाहरी लीडर्स की एक्टिविटीज तेज

आरयू ने इलेक्शन का फाइनल शेड्यूल क्या जारी किया बाहरी लीडर्स ने कैंपस में पांव जमाना शुरू कर दिया है। वह भी पूरे लाव लश्कर के साथ। समर्थकों की भारी संख्या के साथ लग्जरी वेहिकल्स में कैंपेनिंग कर रहे हैं। स्टूडेंट्स को अट्रैक्ट करने के लिए गाडिय़ों का जुलूस निकाल रहे हैं।

एडमिनिस्ट्रेशन भी है अंजान

लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार कैंपस में कोड ऑफ कंडक्ट लागू होने के बाद किसी भी प्रकार के जुलूस और प्रदर्शन के लिए इलेक्शन कमेटी की परमीशन जरूरी है। यही नहीं गु्रप बनाकर भी कैंपेनिंग पर पाबंदी है। लेकिन बाहरी स्टूडेंट्स लीडर्स भी बेखौफ होकर कोड ऑफ कंडक्ट की मर्यादाएं तार-तार कर रहे हैं।

देर शाम चेता administration

पहले दिन दिनभर कोड ऑफ कंडक्ट की धज्जियां उड़ाई गईं, लेकिन चुनाव कमेटी थर्सडे को देर शाम हरकत में आई। कैंपस में बाहरी लीडर्स पर नकेल कसने, लग्जरी गाडिय़ों के साथ कैंपेनिंग करने के खिलाफ एक्शन लिए जाने का नोटिस जारी किया गया।

ऐसा नॉलेज में आया है कि कैंपस में बाहरी लीडर्स लग्जरी गाडिय़ों के साथ कैंपेनिंग और प्रदर्शन कर रहे हैं। मैंने इनके खिलाफ एक्शन लेने के लिए नोटिस जारी कर दिया है। चीफ प्रॉक्टर को ऐसे लोगों को चिन्हित करने और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए लिखित में कहा है।

- प्रो। नीलिमा गुप्ता, चुनाव अधिकारी, आरयू