- फीस प्रतिपूर्ति की रकम न मिलने पर स्टूडेंट्स की रोकी जा सकती है मार्कशीट

- शासन की तरफ से नहीं मिली स्कॉलरशिप

BAREILLY: स्कॉलरशिप न मिलने का खमियाजा स्टूडेंट्स को रिजल्ट न मिलने के रूप में भुगतना पड़ेगा। शासन की तरफ से स्कॉलरशिप कब मिलेगी इसकी कोई इंफॉर्मेशन नहीं है। ऐसे में कॉलेजेज व यूनिवर्सिटीज अब इन स्टूडेंट्स की मार्कशीट को रोकर फीस की उगाही की तैयारी कर रही हैं। हालांकि अभी एग्जाम के रिजल्ट्स डिक्लेयर नहीं हुए हैं। लेकिन जल्द ही सेमेस्टर एग्जाम्स के रिजल्ट डिक्लेयर होना शुरू हो जाएंगे।

एससी व एसटी स्टूडेंट्स का एडमिशन जीरो फीस पर

जनरल, ओबीसी, एससी व एसटी, माइनॉरिटी कैटेगरी के स्टूडेंट्स जिनकी पारिवारिक आय ख् लाख रुपए सालाना तक होती है, शासन उनको स्कॉलरशिप मुहैया कराती है। इसके साथ ही एससी व एसटी स्टूडेंट्स को फीस प्रतिपूर्ति भी दी जाती है। इन स्टूडेंट्स का एडमिशन जीरो फीस पर होता है। ऐसे में शासन इन स्टूडेंट्स को पूरी फीस रिफंड करता है। जिसे बाद में कॉलेज और यूनिवर्सिटी के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है। स्टूडेंट्स की मानें तो हर हाल में मार्च तक उनके खाते में स्कॉलरशिप और फीस प्रतिपूर्ति की रकम आ जाती थी। लेकिन इस बार शासन की सुस्ती के चलते स्कॉलरशिप मिलने में काफी लेट हो गया है।

जल्द जारी होने हैं रिजल्ट्स

आरयू के सेमेस्टर एग्जाम्स दिसम्बर से लेकर फरवरी मंथ तक कंडक्ट कराए गए थे। इन सेमेस्टर के रिजल्ट डिक्लेयर करने की अब तैयारी हो रही है। बीबीए, बीसीए, एलएलबी थ्री व फाइव ईयर, एमए और एमएससी के अप्लाइड कोर्सेज के रिजल्ट डिक्लेयर होने वाले हैं। जिनमें से बीबीए, बीसीए और एलएलबी के रिजल्ट जल्द ही डिक्लेयर होने की संभावना है।

फ्,भ्00 से ज्यादा स्टूडेंट्स

लास्ट ईयर तक कॉलेजेज और यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स का एग्जाम फॉर्म रोक कर फीस प्रतिपूर्ति की रकम वसूल लेते थे। लास्ट ईयर शासन के एक आदेश के बाद इस पर रोक लगा दी गई। अब कॉलेजेज और यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स की मार्कशीट को रोक कर फीस वसूलेगी। एक अनुमान के मुताबिक बीसीबी और यूनिवर्सिटी के करीब फ्,भ्00 से ज्यादा स्टूडेंट्स हैं जिनकी मार्कशीट रोकी जा सकती है।

यूनिवर्सिटी खा चुकी है धोखा

दरअसल यूनिवर्सिटी इस मसले पर पहले भी धोखा खा चुकी है। स्टूडेंट्स मार्कशीट लेकर जा चुके हैं और फीस जमा नहीं की है। यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड के मुताबिक करीब क्8 लाख रुपए की फीस स्टूडेंट्स पर बकाया है। ये वे स्टूडेंट्स हैं जिन्होंने फीस प्रतिपूर्ति की रकम यूनिवर्सिटी में जमा नहीं की और चालाकी से अपनी मार्कशीट निकालकर चलते भी बने।