आरयू के न्यू ब्वॉयज हॉस्टल में मंडे देर रात हुई रैगिंग का मामला
आरयू ने आरोपी सीनियर स्टूडेंट को किया सस्पेंड
लेकिन जूनियर्स ने लेटर में सीनियर स्टूडेंट से परेशान होने की नहीं लिखी बात
BAREILLY: आरयू के न्यू ब्वॉयज हॉस्टल में मंडे देर रात हुई रैगिंग की वारदात के बाद आरयू ने वेडनसडे को आरोपी सीनियर स्टूडेंट को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। उसे हॉस्टल और क्लास दोनों से सस्पेंड किया गया है। हालांकि उसे अनुशासन समिति के सामने अपनी बात रखने का अवसर दिया जाएगा। इसके बाद उसके खिलाफ एंटी रैगिंग के नियमों के तहत कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी। वहीं आरयू के इस एक्शन के बाद विवाद भी मुखर हो गए हैं। जिन स्टूडेंट्स से रैगिंग की बात कही गई है, उन्होंने अपने कंप्लेन लेटर में ऐसा कहीं भी नहीं लिखा है कि वे उसकी किसी भी हरकत से परेशान हुए हों या फिर किसी भी प्रकार की आपत्ति हो। हां एक बात जरूर है कि इस सीनियर स्टूडेंट ने नियमों को तोड़ा है।
एक सेमेस्टर के लिए निष्कासन
चीफ प्रॉक्टर डॉ। वीपी सिंह ने बताया कि नवीन छात्रावास में शाम 7 बजे ताला लगा दिया जाता है। ना कोई सीनियर अंदर जा सकता है और ना ही कोई जूनियर बाहर निकल सकता है। मेन ब्वॉयज हॉस्टल में रहने वाले बीफार्मा का विष्णु कुमार देर रात वहां जाता है, करीब फ्0 से ब्0 स्टूडेंट्स का परिचय लेता है और उनसे गाने सुनता है। उसकी यह एक्टिविटी रैगिंग की परिधि में आती है। वॉर्डन की जांच और बाकी स्टूडेंट्स के लेटर के आधार पर उसे तत्काल प्रभाव से हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है। साथ उसे कम से कम एक सेमेस्टर के लिए भी क्लास से निष्कासित किया गया है। इसके साथ ही हॉस्टल में मौजद दो सिक्योरिटी गार्ड को भी कार्यमुक्त कर दिया गया है।
भ् को देगा सफाई
चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि भ् सितम्बर को विष्णु कुमार को अनुशासन समिति के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया गया है। अनुशासन समिति में डीएसडब्लू, बीफार्मा के हेड, डीन, प्रॉक्टर और चीफ प्रॉक्टर मौजूद रहेंगे। वह अपना पक्ष रखेगा। उसके बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर वीसी को भेज दिया जाएगा। वीसी के ऑर्डर के बाद उसके खिलाफ फरदर कार्रवाई की जाएगी।
विवाद भी गहराए
हालांकि विष्णु ने नियम तोड़े हैं लेकिन उसके खिलाफ लिए गए एक्शन के खिलाफ विरोध के स्वर भी मुखर होने लगे हैं। फेशर्स ने अपने लेटर में कहीं भी नहीं लिखा है कि उनकी रैगिंग हो रही थी। उलटा उन्होंने उसकी तरीफों के पुल बांधे हैं। उन्होंने लिखा है कि विष्णु सबसे रिस्पेक्ट के साथ पेश आ रहा था। अपना परिचय दिया और दूसरों का लिया। छात्रों ने यह भी लिखा है कि विष्णु उनकी परेशानियों के बारे में पूछ रहा था। इसके बाद उसने कहा कि यदि कोई अपनी प्रतिभा दिखाना चाहे तो दिखाए, इस पर जिसका मन कर रहा था, वह गाना गा रहा था। छात्रों ने यहां तक कि लिखा है कि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। जबकि विष्णु दिन में उन्हीं में से एक स्टूडेंट की तबियत खराब होने पर उसे दवाई दिलाने भी ले गया। अब विरोध इस बात का है कि जब स्टूडेंट्स किसी भी परेशानी से मना कर रहे हैं तो क्या इसे रैगिंग मानी जाए।