BAREILLY: आरयू की कार्यप्रणाली भी निराली है। कैंपस के वीसी ऑफिस में कर्मचारियों और स्टूडेंट्स लीडर्स के बीच भिड़ंत हुई थी। चार स्टूडेंट्स पर एफआईआर दर्ज कराते हुए कैंपस से बाहर भी कर दिया। एक तरफ तो उनकी इंट्री पर बैन लगा दिया है तो दूसरी तरफ उनको कॉनवोकेशन में अपीयर होने के लिए स्पेशल परमीशन देने की भी तैयारी चल रही है। आरयू एक तरफ तो सख्ती भी दिखा रहा है तो दूसरी तरफ उसे इस बात का भी डर सता रहा है कि कहीं कॉनवोकेशन में स्टूडेंट्स लीडर्स कोई हंगामा ना खड़ा कर दें।
आरयू द्वारा दर्ज एफआईआर और कैंपस में बैन करने की कार्रवाई को वापस लेने की मांग को लेकर बाकी स्टूडेंट्स लीडर्स आए दिन हंगामा करते रहते हैं। वहीं जिन चार स्टूडेंट्स लीडर्स पर एफआईआर दर्ज है उनमें से उपेंद्र पटेल को भी डिग्री दी जाने वाली है। इस पर स्टूडेंट्स लीडर्स मांग करने लगे हैं कि उन्हें कॉनवोकेशन में इंट्री दी जाए। आरयू कॉनवोकेशन के समय किसी भी बात को लेकर हंगामा नहीं चाहता। यही वजह है कि प्रॉक्टोरियल बोर्ड इस बात की तैयारी कर रहा है कि इनको स्पेशल परमीशन दिलाकर कॉनवोकेशन में बैठने दिया जाए।
क्ख् को रखेंगे अपना पक्ष
वहीं आरोपी स्टूडेंट्स लीडर्स को आरयू की कमेटी के समक्ष क्ख् नवम्बर को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया है। कमेटी के सामने दोनों पक्षों को बुलाया गया है। कर्मचारी और स्टूडेंट्स लीडर्स दोनों ही अपना पक्ष रखेंगे। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।