- निशुल्क विधिक सहायता केंद्र का आरयू में किया गया इनॉग्रेशन
- अधिवक्ताओं का पैनल लॉ स्टूडेंट्स और टीचर्स की सहायता से जागरूक करेगा
BAREILLY: कानून की जानकारी केवल कानूनविदों को ही नहीं होनी चाहिए। हर आम आदमी को इसकी बेसिक इंफॉर्मेशन होनी चाहिए। ताकि वह अपने अधिकारों के प्रति ज्यादा सजग हो सके। जो जरूरतमंद हैं, हर तरफ से लाचार हैं उन्हें तो निशुल्क विधिक राय दी जानी चाहिए। ताकि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग हो सकें। इन्हीं उद्देश्यों को फलीभूत करते हुए नेशनल लॉ डे के ओकेजन पर आरयू के लॉ डिपार्टमेंट में विधिक सहायता केंद्र का इनॉग्रेशन किया गया। जिसमें न केवल जरूरतमंदों को विधिक राय व सहायता दी जाएगी बल्कि समय-समय पर जागरुकता कार्यक्रम चलाकर मानवाधिकार, बाल अधिकार समेत कई कानूनों के बारे में जानकारी भी दी जाएगी।
वेबसाइट और टॉल फ्री नम्बर जारी किया जाएगा
आरयू में वेडनेसडे को यह प्रोग्राम एशियन एनआरएल चैरिटेबल ट्रस्ट की सहायता से ऑर्गनाइज किया गया। जिसका इनॉग्रेशन वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन ने किया। डिपार्टमेंट के डॉ। अमित सिंह और डॉ। अशोक कुमार ने बताया कि केंद्र में एक अधिवक्ता पैनल तैयार किया जा रहा है। पैनल और लॉ स्टूडेंट्स व टीचर्स की सहायता से ग्रामीण क्षेत्रों में विधिक जागरुकता कार्यक्रम ऑर्गनाइज किया जाएगा। साथ ही वेबसाइट और टॉल फ्री नम्बर भी जारी किया जाएगा। ताकि यह हर एक की रीच में हो। इसके साथ ही ईमेल, एनजीओ व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से निशुल्क विधिक सहायता प्रदान की जाएगी।
नए क्षेत्रों में भी प्रबल हो कानून
आरयू के वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन ने कानून के क्षेत्र को व्यापक स्तर पर फैलाने की वकालत करते हुए सर्वसुलभ व सरल बनाए जाने का सुझाव दिया। उन्होने कहा कि नए क्षेत्र जैसे नैनो-टेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, न्यूक्लियर एनर्जी, सेरोगेसी आदि विषयों पर नियम व विनियम बनाने जाने चाहिए। प्रो। एके सिन्हा ने महात्मा गांधी के शब्दों का उल्लेख करते हुए कहा कि न्याय समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। इस ऑकेजन पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद दैनिक जागरण के सीजीएम एएन सिंह ने कहा कि न्याय को पाना और कानून की जानकारी हर आदमी का अधिकार है। आरटीओ आरआर सोनी ने यातायात विधि पर शैक्षिक जगत में सेमिनार और डिबेट आयोजित होने चाहिए। ताकि सभी को यातायात के नियमों की जानकारी हो सके। इस ऑकेजन पर डॉ। एवी कफल्टिया, डॉ। डीके सिंह, डीन डॉ। दीपक आनंद, हेड प्रो। बीआर कुकरेती समेत कई उपस्थित रहे।