आरयू के कई एग्जाम पड़ रहे इलेक्शन डेट्स पर
बड़े पैमाने पर करना पड़ सकता है फेरबदल
BAREILLY: लोकसभा की इलेक्शन की डेट क्या डिक्लेयर हुई आरयू के माथे पर टेंशन की लकीरें खींच गई हैं। यह टेंशन मेन एग्जाम को कंडक्ट कराने को लेकर है। एक तो एग्जाम स्कीम में करीब 17 से ज्यादा आपत्तियां हैं। ऊपर से एग्जाम के बीच में ही इलेक्शन कंडक्ट किया जा रहा है। ऐसे में आरयू को बड़े पैमाने पर एग्जाम की डेट्स को पोस्टपोन करना पड़ेगा। उसे यह समझ में नहीं आ रहा है कि इतने बड़े पैमाने पर एग्जाम के बीच में स्कीम में किस तरह से चेंज किया जाए। हालांकि आरयू को एक सिंपल तरीका यह भी सूझ रहा है कि जितने भी एग्जाम पोस्टपोन किए जाएंगे उनकी डेट लास्ट में फिक्स की जा सकती है।
दो मंडलों के कराता है exam
आरयू दो मंडलों के डिग्री कॉलेजेज के स्टूडेंट्स का मेन एग्जाम कंडक्ट कराता है। इसमें बरेली के अलावा मुरादाबाद, शाहजहांपुर और बिजनौर जैसे बड़े डिस्ट्रिक्ट्स शामिल हैं। अभी चल रहे मेन एग्जाम में करीब 5,30,000 स्टूडेंट्स अपीयर हो रहे हैं। यूजी के एग्जाम 28 मई और पीजी के एग्जाम 20 मई को खत्म होंगे।
10 X 17 April की tension
17 अपै्रल को बरेली समेत कई लोकसभा सीटों पर इलेक्शन होगा, जहां पर आरयू के एग्जाम्स कंडक्ट होंगे। वहीं 10 को बजनौर में भी इलेक्शन कंडक्ट होगा। ऐसे में आरयू को सबसे ज्यादा टेंशन इन डेट्स की हैं। 10 और 17 को यूजी और पीजी के बड़े एग्जाम्स हैं। इन डेट्स पर यूजी के बीए व बीएससी और पीजी के एमए और एमएससी के एग्जाम्स कंडक्ट होंगे। आरयू के एग्जाम 157 डिग्री कॉलेज में कंडक्ट हो रहे हैं। इलेक्शन के दौरान बड़े पैमाने पर कॉलेजेज को पोलिंग बूथ बनाया जाता है। वहीं इलेक्शन के दिन तो छुट्टी भी रहती है।
और dates भी होंगी suffer
आरयू के सामने इलेक्शन डेट के अलावा आसपास की डेट्स की भी टेंशन है। डिग्री कॉलेजेज को पोलिंग बूथ बनाने की वजह से इलेक्शन के दो दिन पहले और दो दिन बाद तक एग्जाम कंडक्ट कराना मुश्किल होगा। कई डिग्री कॉलेजेज को पोलिंग बूथ बनाया जाएगा। ऐसे में यहां पर दो दिन पहले तैयारियां शुरू हो जाती हैं। कॉलेज में और कोई एक्टिविटीज नहीं हो सकती। वहीं इलेक्शन से पहले ही भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को ठहराने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इलेक्शन के दौरान बरेली कॉलेज सबसे बड़ा केंद्र होता है। यहीं पर पोलिंग पार्टियों को ट्रेनिंग दी जाती है, जोकि कई दिनों तक चलता है। पोलिंग पार्टियों को रवाना भी यहीं से किया जाता है। इन सभी एक्टिविटीज के बीच बीसीबी में तो एग्जाम कंडक्ट कराना मुश्किल होगा। वहीं बीसीबी में ही सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स एग्जाम देते हैं।