आरयू में गड़बडि़यों के नाम पर स्टूडेंट्स से हो रही जमकर वसूली
कॉलेज, कर्मचारी और स्टूडेंट्स लीडर्स भी नहीं पीछे
BAREILLY: आरयू एग्जाम्स शुरू होते ही आरयू की घोर लापरवाहियां उजागर हो रही हैं। पहले ही दिन उसने अपने फ्लॉप शो की पिक्चर दिखाई। लेकिन आरयू की इन खामियों में कई 'खूबियां' भी छिपी हुई हैं। अव्यवस्थाओं की वजह से कई 'व्यवस्थाएं' पनप रही हैं। इनका फायदा ना केवल यूनिवर्सिटी उठा रही है बल्कि कॉलेजेज और उनके कर्मचारी व छात्रनेता भी जमकर चांदी काट रहे हैं। अव्यवस्थाओं का आड़ में एग्जाम्स के दौरान जमकर गड़बडि़यां की जा रही हैं। वहीं स्टूडेंट्स को दोहरी मार पड़ रही है। एग्जाम की टेंशन के साथ ये सब प्रॉब्लम्सवहीं उनकी जेब भी खूब ढीली हो रही है। लेकिन वे मजबूर हैं क्योंकि हर हाल में एग्जाम जो देना है।
Mismanagement की लंबी लिस्ट
आरयू ने तो इस बार हद ही कर दी है। अव्यवस्थाओं की तो पूरी फेहरिस्त तैयार है। पहले तो फॉर्म रोके और स्टूडेंट्स को इंफॉर्म नहीं किया। एग्जाम कंडक्ट हो रहे हैं और सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स को ना तो एडमिट कार्ड जारी हुए हैं और ना ही रोल नम्बर। रोल नम्बर देने में भी कई तरह की गड़बडि़यां हैं। एग्जाम से पहले फॉर्म की स्क्रीनिंग सही तरीके सही समय पर नहीं की। इससे सैकड़ों स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड लटक गए। कर्मचारी और छात्रनेताओं ने जिन स्टूडेंट्स के फॉर्म जमा कराने का जिनका जिम्मा लिया था, उनके रुपए तो खा गए और फॉर्म भी जमा नहीं किए। आलम ये है कि एग्जाम देने के बजाय स्टूडेंट्स फॉर्म और एडमिट कार्ड के लिए चक्कर काट रहे हैं।
RU कर रहा है खूब कमाई
अपनी ही फैलाई अव्यवस्था की 'चाक चौबंद व्यवस्था' कर आरयू खूब कमाई करने में जुटा हुआ है। कमाई के चक्कर में आरयू ने हर बार लेट फीस बढ़कार एग्जाम फॉर्म जमा करने की डेट बढ़ाई। इस वक्त लेट फीस के नाम पर हर स्टूडेंट से 5,000 रुपए वसूले जा रहे हैं। पहले फॉर्म भर चुके हजारों स्टूडेंट्स के फॉर्म गायब हैं इसलिए वे दोबारा लेट फीस के साथ फॉर्म जमा कर रहे हैं। अंधी कमाई के चक्कर में बार-बार लास्ट डेट बढ़ाने की वजह से ही आरयू व्यवस्था मेंटेन नहीं कर पा रहा है और कई तरह की गड़बडि़यां आ रही हैं। हजारों स्टूडेंट्स के फॉर्म आपत्तियां लगाकर रोक दिए गए हैं। करेक्शन के नाम पर हर स्टूडेंट्स से 200 रुपए से 500 रुपए वसूले जा रहे हैं। इन तमाम गड़बडि़यों से आरयू लाखों की कमाई कर चुका है।
बहती गंगा में हाथ धो रहे college
कमाई के चक्कर में आरयू ने तो आंखें मूंद ली हैं वहीं कॉलेज भी इस बहती गंगा में हाथ धोने में जुटा हुआ है। अगर बरेली कॉलेज की ही बात करें तो यहां भी अभी तक स्टूडेंट के एग्जाम फॉर्म भराए जा रहे हैं। एग्जाम फॉर्म में वह कमाई तो कर ही रहा है साथ ही हर प्राइवेट स्टूडेंट से फॉरवर्डिंग फॉर्म के नाम पर 150 रुपए और फॉरवर्डिग चार्ज के नाम पर यूजी स्टूडेंट से 40 व पीजी स्टूडेंट से 60 रुपए चार्ज कर रहा है। इसके अलावा हर स्टूडेंट से 25 रुपए बतौर साइकिल स्टैंड भी वसूल रहा है। जो स्टूडेंट गड़बड़ी होने की वजह से दोबारा फॉर्म जमा कर रहे हैं, उन पर तो दोहरी मार पड़ रही है। इसके अलावा जितने भी स्टूडेंट बिना एडमिट कार्ड व रोल नम्बर के आ रहे हैं, कॉलेज उनको अपने स्तर से रोल नम्बर जारी कर प्रोविजनल एडमिट कार्ड बना रहा है। इसके लिए भी पर एडमिट कार्ड 10 रुपए वसूला जा रहा है, वह भी केवल एक दिन के लिए। दूसरे दिन दूसरा एडमिट कार्ड बनवाना पड़ता है।
Students leaders काट रहे चांदी
इन सबके बीच यूनिवर्सिटी व कॉलेज के कर्मचारी और छात्रनेता खूब चांदी काट रहे हैं। ऐसी ढेरों कंप्लेंट्स हैं जिनमें कर्मचारी और छात्रनेताओं ने स्टूडेंट से फॉर्म तो लिए लेकिन जमा नहीं कराए। उनके रुपए भी हड़प लिए गए। अब वे यूनिवर्सिटी के ऊपर आरोप जड़ स्टूडेंट्स को परेशान कर रहे हैं। उधर यूनिवर्सिटी के कर्मचारी स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने के नाम पर भी जमकर वसूली कर रहे हैं। हर स्टूडेंट से ख्00 रुपए से लेकर भ्00 रुपए तक वसूल रहे हैं। इस बीच छात्रनेता भी स्टूडेंट को एग्जाम में बिठाने के नाम पर रुपए कमाने में जुटे हैं। एग्जाम में बैठने की मजबूरी के चलते स्टूडेंट्स अपनी जेब ढीली करने को भी तैयार हैं।