ई-रिक्शा के परमिट दिये जाने पर सहमति अधिकारियों दी
आरटीए की बैठक में दस महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हुआ फैसला
BAREILLY:
शहर में अब ई-रिक्शा बिना रोक टोक के फर्राटा भर सकेंगे। क्योंकि, ऑटो रिक्शा एवं टेंपो और टैक्सी के सम्बन्ध में गठित की गई कमेटी की रिपोर्ट को थर्सडे को हुई आरटीए की बैठक में स्वीकार कर लिया गया। प्राधिकरण ने ऑटो रिक्शा एवं टेंपो टैक्सी के नये परमिट कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर फिलहाल नहीं जारी करने का निर्णय लिया गया। ऑटो रिक्शा तथा टेंपो टैक्सी के परमिटों में हुई रिक्तियों की भरपाई के लिए ई-रिक्शा के परमिट दिये जाने पर सहमति अधिकारियों दी। इसके अलावा बैठक में दस अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी फैसले हुए। बैठक में क् अगस्त ख्0क्ब् से ख्8 फरवरी ख्0क्भ् तक के विभिन्न प्रकार के बस, पैसेंजर्स वाहन, टैक्सी, स्कूल बस एवं अन्य प्रकार के जारी स्थायी एवं अस्थायी परमिटों का निराकरण किया गया। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण बिंदु रहा ई-रिक्शा भी रहा।
सेफ होगा एंवॉयरमेंट
अधिकारियों का मानना है कि, ई-रिक्शा के संचालन से पब्लिक को कहीं आने-जाने में परेशानी नहीं होगी। साथ ही एंवॉयरमेंट भी दूषित नहीं होगा। सीएनजी भरवाने के लिए मारामारी नहीं रहेगी। ई-रिक्शा के संबंध में जारी मानकों के अनुसार उनके रजिस्ट्रेशन एवं परमिट जारी करने के संबंध में पूरी प्रक्रिया निर्धारित कर कार्यवाही की जाएगी। बैठक में पैसेंजर वाहन के परमिटों के नवीनीकरण के ख्9 आवेदन पत्रों में से क्9 परिवहन निगम के एवं प्राइवेट मार्गो के क्0 परमिट नवीनीकरण करने की बात अधिकारियों ने कही।
निरस्त परमिट होंगे बहाल
यहीं नहीं ग्रामीण क्षेत्रों के ऑटो रिक्शा के निरस्त पांचों परमिट फिर से बहाल होंगे। कैरिज वाई रोड एक्ट के तहत कामन कैरियर के रूप में रजिस्ट्रेशन करने हेतु प्राधिकरण द्वारा प्राप्त ख्9 आवेदनों को लाइसेंस देने को कहा गया। इतना ही नहीं आगे आने वाले आवेदनों को सहज की स्वीकार किए जाने का निर्देश आरटीए प्रेसीडेंट ने दिया। ताकि फर्मो को आरटीए की बैठक का इंतजार न करना पड़े। आरटीए की बैठक में मुख्य रूप से कमिश्नर प्रमांशु, डीएम गौरव दयाल, उप परिवहन आयुक्त परिक्षेत्र बरेली शिवपूजन त्रिपाठी, आरटीओ आरआर सोनी, आरटीओ इंफोर्समेंट संजय सिंह, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
इन्होंने किया विरोध
वहीं दूसरी ओर आरटीए की बैठक में ऑटो चालकों की बातों को नजर अंदाज किए जाने पर ऑटो चालक खफा दिखे। जगतपुर से आई चंद्रकांता राठौर का कहना था कि, मेरा परमिट ट्रांसफर करवाना है। आरटीओ से मिली तो, उन्होंने आरटीए की बैठक में मामला रखने की बात कही। लेकिन, यहां बैठक में हम लोगों को नजर अंदाज किया गया। वहीं ऑटो चालक शरीफ खां ने कि कागज पूरा होने के बाद भी परमिट कैंसिल कर दिया गया। कार्रवाई के नाम पर अधिकारियों ने म् हजार रुपए भी वसूले। इस मौके पर ऑटो यूनियन के प्रेसीडेंट अकीलुद्दीन, सेक्रेटरी गुरूदर्शन सिंह सहित दो दर्जन से अधिक ऑटो चालक कमिश्नरी सभागार पर मौजूद रहे।