बरेली (ब्यूरो)। कोई ऐसा प्रोडेक्ट जो आपके यूजलेस है, या फिर आपके काम का नहीं है तो आप उसे किसी जरूरतमंद को दे सकते हैं। कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति अपनी जरूरत की चीजें यूज के लिए घर भी ला सकता है। जी हां इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर निगम ने शहर भर में ऐसे 10 रिड्यूस, रीयूज और रिसाइकल (आरआरआर) सेंटर बनाए हैं। जहां पर बरेलियंस अपनी यूजलेस चीजों को डोनेट कर रहे हैं और जरूरतमंदों के वहीं चीजें काम भी आ रही हैं। इस तरह शहर में बनाए गए आरआरआर सेंटर जरूरतमंदों के लिए दीपावली पर खुशियां भी दे रहा है।

इन चीजों को कर रहे डोनेट
-बच्चों के फुटवियर
-बुक्स, स्टेशनरी
-बच्चों के खिलौने
-घरों का पुराना फर्नीचर
-नए पुराने कपड़े
-साइकिल
-बच्चों की चेयर
-बच्चों की स्टडी टेबल


आरआरआर का मतलब रिड्यूस, रीयूज और रिसाइकल है। ये सेंटर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे हैं। इसके माध्यम से किसी वस्तु को कम करना, दोबारा उपयोग करना और रिसाइकल करना होता है। लोग कई चीजों को अनुउपयोगी समझकर फेंक देते हैं जो किसी और के लिए उपयोगी हो सकती हैं। इसका मकसद कम से कम बेस्ट को जेनरेट किया जाए और ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने को लेकर लोगों को जागरूक करना है।

सेल्फ हेल्प ग्रुप भी जुड़े
इसी को देखते हुए नगर निगम की ओर से कलेक्शन वाहन भी चलाए जा रहे हैं, जो लोगों को जागरुक करने और सेंटर से जोडऩे का काम कर रहे हैं। इसको सफल बनाने के लिए कई स्वयं सहायता समूहों को भी जोड़ा गया है। ये समूह प्रोडक्ट्स को कलेक्ट करते हैं और जरूरतमंदो को वेरीफाई करते हैं। उन तक प्रोडक्टस पहुंचाने का काम करते हैं।

तैयार कराते हैं हैंडमेड प्रोडक्टस
आरआरआर सेंटर की ओर से समय-समय पर एक्टिविटी और वर्कशॉप का आयोजन किया जाता है। इसमें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और स्कूली बच्चों को पुराने कपड़ों और वस्तुओं का उपयोग करके नए प्रोडक्ट्स तैयार करना सिखाया जाता है। इसके अलावा महिलाओं और बच्चों के लिए सिलाई, कढ़ाई, आर्ट एंड क्राफ्ट की वर्कशॉप भी आयोजित की जाती हैं। इन वर्कशॉप में पुराने कपड़े, शूज बॉक्स, केक बॉक्स एवं अन्य यूज्ड प्रोडक्ट को यूज करके न्यू प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं। इसके बाद इन प्रोडक्ट्स को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य स्वच्छ भारत मिशन के अभियान को बल देना है।

जरूरतमंदों की करते हैं सेवा
आरआरआर सेंटर के को-आर्डिनेटर गीतू अरोरा की माने तो वह पुराने आईटम और कपड़ों आदि से नए प्रोडेक्ट जो भी तैयार करते हैं उसे वह सेल भी करके इनकम जेनरेट करते हैँ। इस इनकम का उपयोग वह जरूरतमंदों की वस्तुओं के लिए करते हैं। इससे शहर के जरूरतमदों को भी हेल्प मिल जाती है।


फेस्टिव सीजन में ज्यादा डोनेशन
फेस्टिव सीजन के समय आआरआर सेंटर पर लोग सबसे ज्यादा प्रोडक्ट्स डोनेट करते हैं। इसका एक कारण ये भी है कि लोग अपने घरों में नए प्रोडक्ट्स लाते हैं और पुराने प्रोडक्ट्स को घर से निकालते हैं। इनमें इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रिकल प्रोडक्ट्स, सोफा, फर्नीचर, कपड़े, बर्तन, बुक्स और अन्य प्रोडक्ट्स आदि शामिल हैं। इसके अलावा कई लोग ऐसे भी होते हैं जो नए प्रोडक्ट्स भी डोनेट करते हैं। मॉडल टाउन स्थित आरआरआर सेंटर को-आर्डिनेटर प्रतिभा जौहरी ने बताया कि उनके सेंटर पर कई लोगों ने बच्चों के नए कपड़े, खिलौने, गद्दा, लिहाफ और बुक्स आदि डोनेट किए हैं। जो दिवाली के उपलक्ष में जल्द ही जरूरतमंदों में वितरित किए जाएंगे।

स्वच्छता पर विशेष अभियान
आरआरआर सेंटर की ओर से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसमें इनकी टीम लोगों के बीच जाकर जागरुक करने का काम करती है। इसमें बेस्ट को कैसे कम करना, किसी भी प्रकार के कूड़े को ऐसे खुले में नहीं फेकना, सभी तरह के डस्टबिन का उपयोग करना आदि सिखाया जाता है। इसके साथ ही बेस्ट को कैसे उपयोग में लाया जा सकता है यह भी सिखाने का काम किया जाता है।

आरआरआर स्टैंड्स फॉर

रियूज: किसी वस्तु को बार-बार उपयोग में ला सकते हैं। ये तरीका रिसाइकल से ज्यादा अच्छा होता है। क्योंकि रिसाइकल में कुछ ऊर्जा व्यय होती है। जैसे प्लास्टिक बोतल, डिब्बा आदि का कोई भी कोई सामान स्टोर करने में यूज कर सकते हैं।
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रिड्यूस : जब कोई वस्तु जिस उपयोग के लिए बनी है उस उपयोग में नहीं आने पर उसे किसी अन्य कार्य के लिए प्रयोग में लाना चाहिए। उदाहरण के लिए टृटे फूटे चीनी मिट्टी के बर्तनों में पौधे उगाने के काम में लाना।

रिसाइकल : प्लास्टिक, कागज, कांच और धातु आदि की वस्तुओं को नष्ट करना आसान नहीं होता हैं। लेकिन इन्हें रिसाइकल के माध्यम से उपयोगी वस्तुओं में बदला जा सकता है। इससे भी पर्यायवरण को सुरक्षित किया जा सकता है।

शहर में आरआरआर सेंटर्स
वार्ड-35, रामपुर गार्डन बरेली कॉलेज, बरेली कॉलेज बरेली मेन गेट के सामने
वार्ड-8, मॉडल टाउन शेल्टर होम 2, प्रेम नगर, निकट सीआई पार्क
वार्ड-46, गांधी पुरम हार्टमन एमआरएफ सेंटर, हार्टमेन एमआरएफ सेंटर
वार्ड-8, सीआई गैरेज, एमआरएफ सेंटर, निकट सीआई पार्क
वार्ड-35, रामपुर गार्डन, नगर निगम कार्यालय
वार्ड-8, मॉडल टाउन, ऑफिस जोन नं। 4, प्रेम नगर
वार्ड-38, बनेपुर चौधरी, बाकरगंज शेल्टर होम, बाकरगंज
वार्ड-17, हरुनगला, हरुनगला शेल्टर होम, हरुनगला
वार्ड-55, सैदपुर, सैदपुर हॉकिंस शेल्टर होम, मलीन बस्ती के पास
वार्ड-21, सुभाष नगर, बदायूं रोड, सुभाष नगर

आरआरआर सेंटर से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़े और अपनी पुरानी और अनुउपयोगी वस्तुओं को न फेंके। वह किसी जरूरतमंद के लिए उपयोगी हो सकतीं हैं। यदि किसी को नए या पुराने प्रोडक्ट्स डोनेट करने हैं तो आप हमसे संपर्क करें्।
प्रतिभा जौहरी, को ऑर्डिनेटर आरआरआर सेंटर, मॉडल टाउन
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जो चीजें आप लोग यूज नहीं करते हैं जैसे कपड़े, बच्चों के खिलौने और अन्य उपयोग में आने वाली वस्तुएं हमारे सेंटर पर टोल फ्री नम्बर 1533 पर कॉल करके डोनेट करें। हम उन वस्तुओं को जरूरतमंदों तक पहुंचाने का काम करते हैं। साफ-सफाई का ध्यान रखें और शहर को स्वच्छ बनाएं।
गीतू अरोरा, को-ऑर्डिनेटर आरआरआर सेंटर, बरेली कॉलेज बरेली