बरेली (ब्यूरो)। जोगी नवादा में चक महमूद से शाह नूरी मस्जिद मार्ग होते हुए कांवड़ यात्रा निकालने की प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। इसके विरोध में एक पक्ष ने अपनी दुकानें बंद रखीं। इस बीच पुलिस-प्रशासन ने साफ कर दिया कि किसी भी दशा में संडे को इस रूट से यात्रा नहीं निकलेगी। बाकायदा, जत्थेदार के घर आदेश की कॉपी चस्पा कर दी गई।

विरोध कर रखेंगे बात
चक महमूद से कांवड़ यात्रा को लेकर जत्थेदार डॉ। राकेश कश्यप ने अनुमति के लिए आवेदन किया था। एलआईयू रिपोर्ट और त्योहार रजिस्टर के आधार पर पुलिस ने प्रशासन को अनुमति न देने की रिपोर्ट भेजी। लिहाजा, पुलिस की रिपोर्ट पर प्रशासन ने यात्रा के लिए अनुमति नहीं दी। फ्राइडे को चक महमूद के लोगों को यह बात पता लगी तो सुबह से ही सभी एकजुट होने लगे। पंचायत हुई। इसके बाद विरोध में दुकानें बंद रखने का फैसला हुआ। जिन लोगों ने दुकानें खोली भी थीं, उन्होंने भी बंद कर दीं। लोगों ने कहा कि हम शांतिपूर्वक यात्रा निकालते हैं, इसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। दुकानें बंद करने के सवाल पर कहा कि विरोध का यह संवैधानिक तरीका है। हम कानून हाथ में नहीं लेंगे। विरोध कर अपनी बात रखेंगे।

डीएम एसएसपी के साथ मीटिंग
इस बीच जत्थेदार डॉ। राकेश कश्यप लोगों के साथ डीएम शिवाकांत द्विवेदी से मिले। थाने का त्योहार रजिस्टर में पारंपरिक रूट नहीं होने के कारण डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है। वहीं आयोजकों ने वर्षों बाद पहली बार जत्था नहीं निकाल पाने की बात कही है। उन्होंने भी अनुमति की बात से साफ इनकार कर दिया। दुकानें बंद होने की सूचना पर सुबह से ही सीओ तृतीय आशीष प्रताप ङ्क्षसह, एसीएम एन राम, इंस्पेक्टर बारादरी हिमांशु निगम फोर्स संग गश्त करते नजर आए।

दूसरे जिलों से पहुंची फोर्स
पुलिस-प्रशासन क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सजग है। वबाल के दिन से क्षेत्र में आरएएफ, पीएसी और पुलिस बल तैनात हैं। संडे को लेकर रेंज के अन्य जनपदों की पुलिस के साथ एक कंपनी आरएएफ और दो कंपनी पीएसी अतिरिक्त मांगी गई थी, वह भी फ्राइडे को जोगी नवादा पहुंच गई। बीते संडे को सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर एक कंपनी आरएएफ, चार कंपनी पीएसी और पुलिस फोर्स तैनात थी। अबकी बार एक कंपनी आरएएफ और दो कंपनी पीएसी और बुला ली गई है। इतना ही नहीं रेंज के अन्य जनपदों से एक एडिशनल एसपी, दो सीओ, 10 इंस्पेक्टर, 30 दारोगा, 50 महिला सिपाही, सौ सिपाही और 30 मुख्य आरक्षी की आमद हो चुकी है।