बच्ची थी अपनी मां के साथ
सुनीता गांव वीरपुरा गौटिया डिस्ट्रिक्ट आंवला की रहने वाली है। सुनीता के मुताबिक वेडनसडे नाइट को वो अपने बच्चों के साथ थर्सडे को आंवला जाने के लिए प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर गाड़ी का इंतजार कर रही थी। इसी बीच उसकी सबसे छोटी आठ माह की बेटी दुर्गा रोने लगी। रोने की आवाज पर पास खड़े आंवला निवासी विपिन ने बच्ची को गोद में उठाया और चुप कराने लगा।
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट
बच्ची चुप नहीं हुई। इस पर विपिन ने उसे पटरी पर फेंक दिया। जिससे बच्ची के सिर में गहरी चोटें आई। युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया जा रहा है। सुनीता ने मौके पर मौजूद लोगों की मदद से इस बात की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर बच्ची को ट्रीटमेंट के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया। आरोपी विपिन ने बताया कि वो चौपुला के पास रहने वाली अपनी मौसी के पास आया था। वो थर्सडे को वापस अपने गांव लौट रहा था। वो बच्ची को चुप कराने के लिए गोद में उठाया लेकिन बच्ची उसके हाथ से छूट कर पटरी पर जा गिरी है।
आरोपी के घरवालों को सूचना दी गई है क्योंकि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है और उससे बच्ची भूलवश छूटकर गिर गई है। आरोपी को उसके घरवालों को सौंप दिया जाएगा।
- राकेश कुमार एसएसआई जीआरपी