-किला के मिलक में रोठा के कांवडि़यों के रूट को लेकर हुआ विवाद
-भोजीपुरा व प्रेमनगर में भी कांवड़ व नागपंचमी की पूजा को लेकर विरोध
BAREILLY: कलारी और दुनका की तर्ज पर अब किला के मिलक-रोठा के बीच भी सरहद खिंच गई। यहां दो गांवों की सड़क का बंटवारा कर दिया गया। मिलक-रोठा की तरह शहर व देहात हर जगह कांवडि़यों के रूट को लेकर विवाद हो रहा है। हर जगह फोर्स की मौजूदगी में ही कांवडि़यों को निकाला जा रहा है। फ्राइडे को भी किला के अलावा प्रेमनगर, भोजीपुरा में कांवड़ व पूजा को लेकर जमकर बवाल हुआ। मिलक-रोठा में साढ़े आठ घंटे के विवाद के बाद कांवडि़यों को पुलिस की गाड़ी में कैद कर निकाला गया। भोजीपुरा में कांवडि़यों को वापस लौटा दिया गया। प्रेमनगर में फोर्स की मौजूदगी में पूजा की गई। पुलिस-प्रशासन लोगों को समझाने और माहौल को सुधारने की ही बात कर रहे हैं, लेकिन लोगों के बीच गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है।
यहां से निकलने की परमीशन नहीं ली
किला में मिनी बाईपास के ठीक सामने से रजा कॉलोनी होते हुए रेलवे क्रॉसिंग पार करने के बाद मिलक और रोठा गांव पड़ता है। फ्राइडे सुबह करीब 8 बजे रोठा गांव के कांवडि़ए ट्रैक्टर-ट्राली से कछला जल लेने जा रहे थे। जैसे ही कांवडि़यों का जत्था मिलक गांव के बॉर्डर पर बाग के पास पहुंचा तो मिलक व रजा कॉलोनी के लोगों ने उनका रास्ता रोक दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत शुरू की, लेकिन वे जिद पर अड़ गए। कांवडि़यों का कहना था कि वे क्भ्-ख्0 साल से इसी रूट से जाते हैं। वहीं मिलक के रहने वालों का कहना था कि कांवडि़ए पहले इस रूट से नहीं गए ये नई परंपरा है और कांवडि़यों ने यहां से निकलने की परमीशन भी नहीं ली है।
पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया
एडीएम सिटी, एसपी सिटी, सीओ टू, एसीएम थर्ड, इंस्पेक्टर किला सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं हुए। एक तरफ से होमगार्ड शिवपाल तो दूसरी ओर से मोहम्मद नियाज के नेतृत्व में लोग अड़े हुए थे। कई बार बात बनी भी तो दूसरा पक्ष अड़ जाता है। कांवडि़यों का ट्रैक्टर भी वापस किया गया। फिर भी बात नहीं बनी। शाम साढ़े चार बजे के बाद डिसीजन लिया गया कि कांवडि़ए पुलिस फोर्स की मौजूदगी में निकलेंगे तो गाड़ी को लेकर आरआरएफ ने इंकार कर दिया। फिर पीएसी व वज्र की गाड़ी में कांवडि़यों को लेकर डिसीजन हुआ तो फिर विरोध हुआ कि चार ही कांवडि़ये जाएंगे। हालांकि बाद में कड़ी सुरक्षा में बंद गाडि़यों में कांवडि़यों को हाईवे तक पहुंचाया गया।
नागपंचमी पूजा पर आमने-सामने
प्रेमनगर के नरकुलागंज में नागपंचमी की पूजा को लेकर दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध कर दिया। पूजा कर रहीं महिलाओं को दौड़ा दिया गया। सैकड़ों लोग एक-दूसरे के सामने आ गए। सूचना पर पुलिस और आईटीबीपी पहुंची और लोगों को खदेड़ दिया। उसके बाद फोर्स की मौजूदगी में ही महिलाओं ने पूजा की। फ्राइडे को भी सुबह महिलाएं पूजा कर रही थीं। इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया कि पहली बार पूजा की जा रही है। अचानक सैकड़ों लोग इक्ट्ठा हो गए और पूजा कर रही महिलाओं को वहां से भगा दिया। महिलाओं को भगाने की सूचना पर दूसरे समुदाय के भी सैकड़ों लोग इक्ट्ठा हो गए और विरोध शुरू हो गया।
भोजीपुरा में कावंडि़यों को रोका
भोजीपुरा में भी कांवडि़यों को निकलने से रोक दिया गया, जिस पर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। मौके पर कई थानों की फोर्स बुलायी गई और अधिकारियों की मौजूदगी में लोगों को वापस किया गया। भोजीपुरा के मनेहरा गांव के लोग कछला जल लेने जा रहे थे। गांव के प्रधान मंजूर अहमद की मौजूदगी में सैकड़ों लोगों ने कांवडि़यों को रास्ते में ही रोक दिया। मंजूर अहमद ने दो-तीन पहले भी पुलिस को कांवडि़यों के निकलने पर रोकने की सूचना दी थी। विवाद होता देख मौके पर भोजीपुरा के साथ-साथ देवरनियां व बहेड़ी थाना की फोर्स भी पहुंच गई। काफी देर तक बातचीत का दौर चला और फिर कांवडि़यों को वापस कर दिया गया, जिसके बाद ही माहौल शंात हो गया।
मीरा की पैठ में माहौल शांत
मीरा की पैठ में फ्राइडे को माहौल शांत रहा। लोगों का आवागमन भी शुरू हो गया, लेकिन लोगों में अंदर ही अंदर आक्रोश पनप रहा है। वहीं हालात को देखते हुए तीसरे दिन भी यहां फोर्स मौजूद रही। दिन में आरएएफ कैंप करती रही। एसपी सिटी ने बताया कि रात में भी आईटीबीपी व पुलिस तैनात रहेगी। वहीं थर्सडे रात एक और एफआईआर बवालियों के खिलाफ इंस्पेक्टर बारादरी की तहरीर पर दर्ज कर ली गई। इंस्पेक्टर की ओर से दर्ज एफआईआर में पहली एफआईआर में ख्7 नामजद में से क्ख् लोगों के नाम हैं। इसके अलावा इसमें फ्भ्0 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करायी गई।