बरेली(ब्यूरो)। पीलीभीत के गुरसेना निवासी वसीम ने बताया कि वह बंधन बैंक में कलेक्शन एजेंट हैं। बैंक की ओर से स्वयं सहायता समूह को ऋण दिया जाता है जिसका गांव-गांव जाकर वह किस्त वसूलने का काम करते हैं। फरीदपुर क्षेत्र में सोमवार सुबह किस्त एकत्र कर 10:45 बजे वह नगरिया गांव पहुंचे। वहां से नहर के किनारे केच्कच्चे रास्ते से वह टांडा गांव जा रहे थे। आरोप है कि इसी दौरान रास्ते में चार नकाबपोश बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें रुकने का इशारा किया। वह नहीं रुके तो बदमाशों ने घेरकर तमंचा तान दिया। इसी बीच एक ने कैश भरा थैला, मोबाइल फोन, टैबलेट और बाइक लूट ली। फिर चारों भाग खड़े हुए। वायरलेस से दिनदहाड़े लूट की सूचना प्रसारित हुई तो जिले की पुलिस में अफरा-तफरी मच गई। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज खुद मौके पर पहुंच गए। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल से उन्होंने पूरी जानकारी की और घटनास्थल का निरीक्षण किया। फारेंसिक टीम भी पहुंची। पुलिस के मुताबिक, वसीम ने पहले लूटी रकम करीब एक लाख रुपये बताई थी, बाद में 68,800 रुपये बताए। पुलिस ने दावा किया है कि पचौमी गांव के पास सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में संदिग्ध युवक कैद हैं। बदमाशों की तलाश की जा रही है।

बदमाशों ने क्षेत्र की कर रखी थी रेकी, एजेंट के बारे में थी जानकारी
जिस हिसाब से बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया, उससे साफ है उन्होंने क्षेत्र की रेकी कर रखी थी। एजेंट के बारे में भी उन्हें पूरी जानकारी थी। रोकते ही बदमाशों ने सीधे एजेंट से थैला मांगा। चालाकी ना दिखाने की बात कही। एजेंट पुलिस व अन्य किसी को तुरंत घटना की जानकारी न दे दे, इसलिए मोबाइल फोन तुरंत ही छीन लिया। बाइक तक आरोपित लेकर भाग गए। आशंका जताई जा रही है कि चारों में स्थानीय भी शामिल था।

एक महीने में तीसरी वारदात
करीब एक महीने में यह तीसरी वारदात है। स्टेट बैंक की फरीदपुर शाखा से चोर ने छह लाख रुपये का थैला उड़ा दिया था। युवक की सीसीटीवी फुटेज होने के बावजूद पुलिस अभी तक उसमें कोई सुराग नहीं लग सका। दूसरी घटना में दूध विक्रेता बैंक से 30 हजार रुपये निकालकर सडक़ पर जा रहा था। बदमाशों ने रुपया छीन लिया था। हालांकि इस मामले का राजफाश कर दिया है।

वर्जन
बदमाशों की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें लगीं हुईं हैं। रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जल्द ही पूरे मामले का राजफाश किया जाएगा।
- राजकुमार अग्रवाल, एसपी देहात