- आठ असलहों से लैस नकाबपोश बदमाशों ने की वारदात
- एसएसपी पहुंचे मौके पर, डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीमों ने की पड़ताल
बरेली: लॉकडाउन के दौरान भी वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। आए दिन चोरी की घटनाएं तो हो ही रहीं थी। लेकिन मंगलवार रात बदमाशों ने सीबीगंज के पुरनापुर गांव दो सगे भाइयों के घर धावा बोल दिया। करीब आठ नकाबपोश बदमाशों ने असलहे के बल पर एक भाई और उसकी पत्नी को बंधक बना लिया फिर जमकर लूटपाट की। उसके बाद पड़ोस में बंद पड़े दूसरे भाई के मकान का ताला तोड़कर नगदी व जेवर समेत लाखों का माल लूट लिया। तीसरे भाई के घर का गेट मजबूत होने के कारण बदमाश वहां नहीं घुस सके और फरार हो गए। डकैती की सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गया। बुधवार सुबह स्थानीय पुलिस के बाद एसएसपी मौके पर पहुंचे और पीडि़त परिवार से बात की। पड़ताल के लिए फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया।
परिवार को बनाया बंधक
पूरनापुर गांव निवासी किसान खुशहाली राम ने बताया कि मंगलवार रात वह पत्नी शकुंतला और दो बच्चों के साथ सो रहे थे। पड़ोस में रहने वाला भाई खुशीराम गांव में बने दूसरे मकान में रुके थे। देर रात दो बजे उन्हें कुछ आहट महसूस हुई। कमरा खोल कर बाहर निकले तो करीब आठ नकाबपोश बदमाश खड़े थे। वह कुछ समझ पाते कि बदमाशों ने असलहों के बल पर उन्हें बंधक बना लिया और घर के अंदर दाखिल हो गए। बदमाशों ने उनके हाथ बांधने शुरू किए तो आहट सुनकर पत्नी शकुंतला उस कमरे में आई तो बदमाशों ने उसे भी तमंचा दिखाकर चुप करा दिया।
शोर मचाया तो बच्चों को मार देंगे गोली
जब उसने और उसकी पत्नी शकुंतला ने विरोध किया तो बदमाशों ने तमंचा तान कर कहा कि शोर मचाया तो उनके साथ दोनों बच्चों को गोली मार देंगे। जिसके बाद दोनों दहशत में आ गए और चुप रहने में ही भलाई समझी। जिसके बाद बदमाशों ने शकुंतला के सिर पर तमंचा रखकर चाबी मांगी तो उसने चाबी बता दी। जिसके बाद बदमाश अलमारी का लॉक खोलकर उसमें रखे 27 हजार रुपये और सोने चांदी के लाखों के जेवर लूट लिए।
भाई के घर भी लाखों का माल उड़ाया
इसके बाद दो बदमाश यहीं रुक गए और छह बदमाश पड़ोस में रहने वाले भाई एम्बुलेंस चालक खुशीराम के बंद मकान का ताला तोड़कर घुसे और अलमारी का लॉक तोड़कर उसमे रखे 50 हजार नगद और सोने-चांदी के लाखों के जेवर उड़ा दिये।
शोर मचाया तो अंदर आकर गोली मार देंगे
लूटपाट के बाद भाग रहे बदमाशों ने कहा शोर मत मचाना। दो साथी बाहर आधे घंटे तक रहेंगे। अगर शोर मचाया तो अंदर आकर गोली मार देंगे। जिसके बाद बदमाश भाग निकले।
मोबाइल नहीं ले गए बदमाश
बदमाशों के जाने के कुछ देर बाद डरी शकुंतला ने पति का हाथ खोला। दोनों दरवाजे पर गए तो दरवाजा बाहर से बंद था। बदमाश उनका मोबाइल लेकर नहीं गए थे। जिसके बाद खुशहाली राम ने छोटे भाई खुशीराम फिर 112 पर कॉल कर पीआरवी को घटना की जानकारी दी।
कई घंटे बाद पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी पर पीआरवी कुछ देर में पहुंच गई। पूछताछ के बाद स्थानीय पुलिस को घटना की जानकारी देकर बदमाशों की तलाश भी की लेकिन स्थानीय पुलिस काफी देर बाद पहुंची। सुबह एसएसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर पीडि़तों से बात की। जिसके बाद डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने पड़ताल की।
तीसरे भाई के घर नहीं घुस पाए बदमाश
खुशहाली राम ने बताया कि उनका तीसरा भी ओमकार पड़ोस में ही रहते हैं। खुशीराम अपने दूसरे मकान पर गए हुए थे जबकि ओमकार अपने परिवार के साथ अंदर थे लेकिन बदमाश उनके मकान में दाखिल नहीं हो पाए।
आसपास के घरों में लगा दी बाहर से कुंडी
बदमाशों ने वारदात से पहले आसपास के सभी घरों में कुंडी लगा दी। जिससे अगर शोर भी हो तो आसपास के लोग घर से बाहर निकल कर मदद न कर सकें। पीडि़त ने भाई खुशीराम को फोन कर बुलाया तब उन्होंने आकर घर की कुंडी बाहर से खोली।
30 से 40 उम्र के थे बदमाश
पीडि़त ने बताया कि सभी बदमाश मुंह पर नकाब बांधे हुए थे। उनकी उम्र लगभग 30 से 40 के बीच लग रही थी। सभी के पास तमंचे व लोहे की रॉड थी। कुछ बदमाश जींस और टीशर्ट के साथ स्पोर्ट्स शू पहने हुए थे। बदमाशों ने एक बार भी एक दूसरे का नाम नहीं लिया। वह सिर्फ कुछ गिने शब्द ही बोले और आपस मे इशारे से बात कर रहे थे। भाषा स्थानीय ही लग रही थी।
पुलिस गश्त पर उठे सवाल
मंगलवार देर रात गांव में डकैती की घटना होने पर पुलिस की गश्त पर भी सवाल उठ रहे हैं। गांव बड़ा बाईपास के करीब है। बाईपास से लेकर गांव तक पुलिस की गश्त रहती है साथ ही जगह-जगह पीआरवी की गाड़ी भी मौजूद रहती है। ऐसे में बदमाश डकैती कर फरार हो गए और पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
डकैती के राजफाश के लिए कई टीमें बनाई गई है। जल्द ही घटना का राजफाश किया जाएगा। बदमाशों की तलाश की जा रही है।
- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी