- फ्रेंडस बनकर रोडवेज की सर्विस को सुधारें

- यूपीएसआरटीसी ने की फ्रेंड फोरम की शुरुआत

- वेबसाइट पर पब्लिक दे सकती है सजेसंश

BAREILLY: सफर को पब्लिक फ्रेंडली बनाने के लिए यूपी स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन(यूपीएसआरटीसी) ने एक अच्छी पहल की है। इसके लिए यूपीएसआरटीसी ने अपनी वेबसाइट पर फ्रेंड फोरम स्टार्ट किया है। इसके तहत लोग रोडवेज से संबंधित सजेशंस इस फोरम के जरिए ऑनलाइन दे सकते हैं। यही नहीं फोटो व वीडियो अपलोड कर रोडवेज से जुड़ी कंप्लेन भी कर सकते हैं। 21 मई 2014 से इस सर्विस की शुरुआत यूपी के सीएम व परिवहन मं˜ाी ने की।

सर्विस में सुधार की कवायद

यूपीएसआरटीसी के अनुसार इस फोरम के जरिए लोग अपने व्यू दे सकते हैं। यही नहीं रोडवेज से जुड़े एक्सपीरियंस भी पैंसेजर शेयर कर सकते हैं। उनकी रोडवेज से क्या अपेक्षाएं हैं इस बारे में भी लिखकर भेज सकते हैं। यही नहीं यूपी रोडवेज की सर्विस को बेहतर बनाने के लिए यूपीएसआरटीसी पब्लिक से उनके सजेशन भी मांग रही है। पब्लिक सजेशन में फोटो व वीडियो भी अपलोड कर भेज सकते हैं। यूपीएसआरटीसी पब्लिक के व्यू प्वाइंट व सजेशंस पर अमल कर अपनी सर्विस में सुधार करेगी।

खुलकर बताएं अपनी प्रॉब्लम

यूपीएसआरटीसी के अधिकारी ने बताया कि यह एक अनोखी पहल है। इस पहल के जरिए जैसे किसी बस अड्डा पर काफी गंदगी है या फिर किसी जगह पर बस स्टॉपेज की जरूरत है। इसके अलावा यूपी रोडवेज की बसों और बस अड्डों से जुड़े सजेशंस व कंप्लेन भी दे सकते हैं। ड्राइवर व कंडेक्टर के बिहेवियर के बारे में भी बता सकते हैं। यही नहीं अगर पब्लिक को लगता है कि यूपीएसआरटीसी उनके लिए कुछ नया कर सकती है तो ये भी लिखकर वो भेज सकते हैं।

ऐसे जुड़ सकते हैं फोरम से

यूपीएसआरटीसी के फोरम से जुड़ने के लिए पब्लिक को उसकी वेबसाइट www.upsrtc.com पर क्लिक करना होगा। वेबसाइट ओपन होने पर राइट साइड में दी गई सर्विस फ्रेंडस ऑफ यूपीएसआरटीसी पर जाना होगा। उसके बाद न्यू सजेशंस ऑप्शन पर जाकर पूरी डिटेल फिलअप करनी होगी। इसके लिए आपको अपना नेम, ईमेल आईडी, कांटेक्ट नंबर, पोस्टल एड्रेस, कमेंट लिखना होगा। अगर वीडियो या फोटो भेजना है तो सेलेक्ट फाइल में जाकर क्लिक करना होगा। उसके बाद कैप्चा फिल कर सजेशन भेजना होगा।

पब्लिक फ्रेंडली सर्विस बनाने के लिए वेबसाइट पर फ्रेंड फोरम की शुरुआत की गई है। पब्लिक अपने व्यू व सजेशंस ऑनलाइन दे सकती है। इससे रोडवेज के सफर को बेहतर बनाने में काफी हेल्प मिलेगी।

- विनीत कुमार, जनरल मैनेजर, मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम, यूपीएसआरटीसी