रोड एक्सीडेंट और ट्रेन एक्सीडेंट में मां-बेटी समेत तीन की मौत

एक्सीडेंट में दो युवक भी हुए घायल

<रोड एक्सीडेंट और ट्रेन एक्सीडेंट में मां-बेटी समेत तीन की मौत

एक्सीडेंट में दो युवक भी हुए घायल

BAREILLY:

BAREILLY: मंगल दो परिवारों के लिए अमंगल साबित हुआ। ट्यूजडे को रोड और ट्रेन एक्सीडेंट में मां-बेटी समेत तीन लोगों की मौत हो गई। दोनों ही हादसे में हुई मौत में ऑटो ड्राइवरों दो ऑटो ड्राइवर का परिवार शामिल था। रोड एक्सीडेंट में दो युवक भी घायल हो गए जो सेना भर्ती में शामिल होकर वापस लौट रहे थे। पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर ि1लया है।

भर्ती में शामिल होकर लौट रहे थे

ख्7 वर्षीय शंकुतला नवाबगंज के जिगनिया में रहती थी। उसके परिवार में पति महेंद्र, चार बच्चे मुस्कान, प्रिंस, प्रिंसी और गौरी हैं। महेंद्र ऑटो चलाता है। शकुंतला मंडे को बरेली में तुला शेरपुर में महेंद्र की बहन सुमन के घर बेटे प्रिंस के एडमिशन के लिए आई थी। वह प्रिंस का एडमिशन नर्सरी में शहर के स्कूल में कराने चाहते थे। मंडे को सुमन के घर ईट गांव निवासी नंदोई अवधेश अपने भतीजे रिंकू और दिनेश को लेकर आया था। दोनों ट्यूजडे सुबह सेना भर्ती में शाि1मल हुए।

पहिए के नीचे आई मां-बेटी

रिंकू और दिनेश बाइक से घर जाने लगे तो शकुंतला ने भी उनके साथ जाने की बात कही। उसके बाद शकुंतला ने प्रिंस को सुमन के घर छोड़ दिया और डेढ़ साल की बेटी गौरी के साथ बाइक पर जाने लगी। तीनों जैसे ही बड़ा बाईपास पर नवदिया झादा के पास पहुंचे कि तभी पीछे से आ रहे ट्रक ने बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही बाइक नीचे गिर गई और शकुंतला व गौरी ट्रक के पहिए के नीचे आ गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि पुलिस डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले गई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

दूसरों की मदद के लिए निकली थी

शकुंतला ईट गांव अपने नंदोई की मदद के लिए निकली थी। नंदोई नन्हें की पत्‍‌नी की कई साल पहले मौत हो चुकी है। उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं। नन्हें मकान बनवा रहा है। इसलिए घर में खाना बनाने के लिए शकुंतला को बुलाया था। पति महेंद्र ने ही उसे जाने के लिए कहा था लेकिन उसे क्या पता था कि उसके ही बच्चे अब मां के प्यार के लिए तरस जाएंगे। हादसे के बाद से पति महेंद्र व अन्य रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल था।

ट्रेन से कटकर महिला की मौत

वहीं दूसरा हादसा किला के श्मशान भूमि रेलवे फाटक के पास हुआ। यहां पर पूजा करने जा रही ब्भ् वर्षीय पप्पो की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। पप्पो, बाल्मीकि बस्ती बाकरगंज में रहती थी। उसके परिवार में पति नवल और म् बच्चे हैं। नवल ऑटो चलाता है। ट्यूजडे सुबह वह घर से पूजा करने के लिए निकली थी। बताया जा रहा है कि वह सिर नीचे करके चल रही थी। इसी दौरान बड़ी लाइन पर आ रही ट्रेन की चपेट में आ गई। आसपास के लोगों ने उसकी पहचान की।