बरेली(ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी के सपने दिखाने वाले जिम्मेदार, सिटीजन्स की समस्या की गंभीरता को समझने का प्रयास नहीं कर रहे है। यही कारण है दो साल से अधिक समय से संजय नगर और आसपास के 17 मोहल्लों की 11 हजार आबादी के साथ ही राहगीरों को भी कमरतोड़ गड्ढों के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। स्थानीय लोगों से लेकर पार्षद तक सभी ने नगर निगम में शिकायत की, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। यहां रोड पर बिखरी बजरी से रोजाना वाहन सवार फिसलकर घायल हो रहे हैैं, लेकिन नगर निगम के अधिकारी इसको लेकर आंखे मंूदे हुए हैैं।
हो चुके हैैं हादसे
स्थानीय निवासी दीपक ने बताया कि इस रोड पर सैैकड़ों गड्ढे हैैं। बारिश में अक्सर वाहन यहां पर पलट जाते हैैं। कई बार सवारी भरे ऑटो गड्ढे में फंसकर पलट चुके हैैं और उसमें बैठी सवारियां घायल हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों की सहायता से ऑटो में से सवारियों को बाहर निकाला जाता है। बारिश में गड्ढों में पानी भरने से पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। कई लोगों ने अपने घर के आगे सडक़ पर मलबा डलवा रखा है। राहगीर भी इसी पर होकर गुजरते हैं।
अफसर दे रहे आश्वासन
संजय नगर में एक किलोमीटर में सौ से अधिक गड्ढे, हिचकोले खाते वाहन सवारियों को कमरतोड़ दर्द दे रहे हैैं। लेकिन, अधिकारी ऑफिस में बैठकर आश्वासन देने पर जोर दे रहे हैैं। उन्हें पब्लिक से कितना सरोकार है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दो साल से अधिक समय बीतने के बाद भी यहां की किसी ने सुध नहीं ली। वार्ड 16 के पार्षद अवनेश कुमार का कहना है कि रोड की सबसे खराब हालत श्रेया बारात घर से गली नंबर एक तक है। निगम में शिकायत की गई तो अधिकारियों ने बताया कि टेंडर का प्रोसेस चल रहा है। लेकिन, अभी तक सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। जिससे पब्लिक को काफी परेशानी हो रही है।
धूल से सांस लेना भी मुश्किल
संजय नगर की इस बदहाल सडक़ पर वाहनों के गुजरने से दिनभर धूल उड़ती रहती है। धूल के चलते यहां के दुकानदारों के साथ ही स्थानीय लोगों का सांस लेना तक मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि धूल के कारण घरों के बाहर बैठना दूभर हो गया। छतों पर सूखने के लिए कपड़े डालते हैैं तो उस पर डस्ट की लेयर जम जाती है। सुबह शाम कभी-कभार हम लोग सडक़ पर छिडक़ाव कर देते हैैं। लेकिन, इसका स्थायी समाधान तो रोड निर्माण ही है। वहीं राहगीरों के लिए भी यह बड़ी समस्या बन गई है। इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैैं। दुकानदारों ने धूल से बचाने के लिए दुकानों के गेट पर पॉलिथिन लगवा दी है, जिससे धूल अंदर न आ सके।
यह भी जानें
-धूल के कारण शरीर में चकत्ते पड़ सकते हैैं
-गले में इंफेक्शन हो सकता हैै
-सांस की रोगियों की समस्या बढ़ सकती है
ऐसे करें बचाव
-मास्क लगाकर रहें
-घर आकर गरम पानी से माउथ वॉश करें
-ब्रीथिंग एक्सरसाइज करें
वर्जन
इस रोड पर कई बार वाहन सवार गिरते हैैं, लोगों ने कई बार नगर निगम में शिकायत की, लेकिन कोई सुधार नहीं किया गया। इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है, जिससे पब्लिक की परेशानी दूर हो सके।
राजो देवी
यहां बारिश में ई रिक्शा व ऑटो पलट जाते हैैं। रोड पर खतरनाक गड्ढे हो गए हैैं। लेकिन, जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैैं। इस समय यहां पर धूल के गुबार उड़ते रहते हैैं, जिस कारण लोगों नेे दुकानों में पॉलीथिन लगा रखी है।
रवि कुमार
इस रोड को ठीक कराने के लिए लगातार प्रयासरत हूं। निगम में भी शिकायत की है, बताया गया कि टेंडर प्रोसेस चल रहा है। पब्लिक को हो रही परेशानी के बारे में अधिकारियों को कई बार अवगत कराया जा चुका है।
अवनेश कुमार, पार्षद
सडक़ों पर उड़ रही धूल इंफेक्शन को दावत दे सकती है, इससे बचने के लिए मास्क का उपयोग करें। साथ ही ब्रीथिंग एक्सरसाइज करें, हो सके तो धूल वाले स्थानों पर जाने से बचें।
-डॉ। सौरभ गोयल, फिजिशियन
संजय नगर रोड का एस्टीमेट तैयार कर लिया है। टेंडर प्रोसेस चल रहा है, स्वीकृति में है। कंप्लीट होने के बाद कार्य शुरू किया जा सकेगा।
-भूपेश कुमार सिंह, मुख्य अभियंता, नगर निगम