- मामूली बात को लेकर शुरू हो गई मारपीट

- पुलिस ने संभाला मोर्चा, स्टूडेंट्स को खदेड़ा

BAREILLY: सिटी के कई एरिया में पिछले कुछ दिनों से दो समुदायों के बीच टकराव की छिटपुट घटनाएं हो रही हैं। थर्सडे को बरेली कॉलेज में दो युवकों के बीच भी मामूली कहासुनी को लेकर मारपीट हो गई, जिसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई। एक समुदाय के कई लोग कैंपस में इकट्ठा हो गए। मामला इससे पहले हाथ से निकल जाए कॉलेज के प्रॉक्टोरियल बोर्ड और पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए सबको वहां से खदेड़ दिया। उस समय काउंसलिंग चल रही थी। काउंसलिंग को बंद कराकर पुलिस ने कैंपस में ग्रुप बनाकर खड़े स्टूडेंट्स को खदेड़ दिया। एक पक्ष ने अज्ञात के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कॉलेज से रिटन में कंप्लेन भी की है।

फॉर्म जमा करने को लेकर बवाल

कैंपस में इन दिनों एडमिशन के लिए काउंसलिंग चल रही है। बीए के लिए ग‌र्ल्स की काउंसलिंग ड्रॉइंग एंड पेंटिंग डिपार्टमेंट में भी कंडक्ट की जा रही है। थर्सडे को ख्8 जुलाई की भी काउंसलिंग कराई जा रही थी, जिस वजह से काफी स्टूडेंट्स कैंपस में जमा थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक छात्र नेता कुछ फॉर्म जमा कर रहा था। तभी एक छात्रा के परिजन जिसमें एक युवक भी था, वे भी फॉर्म जमा कर रहे थे। फॉर्म जमा करने को लेकर युवक की छात्रनेता के साथ बहस हो गई, जिसके बाद दोनों के बीच मारपीट भी शुरू हो गई।

धार्मिक रूप देने की कोशिश

छात्रनेता ने युवक को काफी पीट दिया था। साथ ही गाली-गलौज भी कर रहा था। इतने में युवक ने बाहर से अपने कई साथियों को बुलाकर हंगामा करने लगा। सांप्रदायिक रंग देने के लिए कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की। मामला सांप्रदायिक होता देख छात्रनेता भाग खड़ा हुआ, लेकिन डिपार्टमेंट के बाहर इससे हंगामा मच गया। युवक के साथी बवाल करने पर उतारू हो गए।

तुरंत हरकत में आया प्रॉक्टोरियल बोर्ड

बवाल बढ़ता देख कॉलेज का प्रॉक्टोरियल बोर्ड हरकत में आया। चीफ प्रॉक्टर डॉ। अजय शर्मा ने बवाल कर रहे पक्ष को वहां से हटाया। इस बीच सूचना मिलने पर पुलिस फोर्स भी पहुंच गई। जिसके बाद हंगामा कर रहे युवक और उसके साथी भाग खड़े हुए। पुलिस ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड के साथ मिलकर कैंपस में ग्रुप बनाकर खड़े हुए छात्रों को खदेड़ना शुरू कर दिया। इस बीच काउंसलिंग बंद कराकर स्टूडेंट्स को वापस कर दिया गया।

स्टूडेंट्स लीडर्स पर नहीं लगाम

कॉलेज में एडमिशन प्रोसेस चल रहे हैं। इस दौरान कई पुराने छात्रनेता कैंपस में डेरा डाले हुए हैं जो कॉलेज के स्टूडेंट्स नहीं हैं। कॉलेज प्रशासन उनको भली-भांति पहचानता है लेकिन उन्हें कैंपस से खदेड़ने की हिम्मत जुटा नहीं पा रहा है। छात्रनेता बेधड़क दुपहिया और लग्जरी वाहन लेकर कैंपस में घुस जाते हैं और प्रॉक्टोरियल बोर्ड उन्हें रोक नहीं पाता। जिससे बवाल करने वाले स्टूडेंट्स का हौंसला बुलंद हो गया है।