काफी कुछ सीखा
सेफ्टी एडवाइजर अतुल सक्सेना ने स्टूडेंट्स को सेफ राइडिंग के टिप्स दिए और बताया कि इससे न केवल खुद को और गाड़ी को सुरक्षित रखा जा सकता है बल्कि एनवायरनमेंट को भी साफ रखने में हेल्प मिलती है। आरयू के बीटेक स्टूडेंट्स ने इस प्रोग्राम में अपनी कई मिस्टेक्स के बारे में जाना।
Tps for safe riding
सेफ्टी एडवाइजर अतुल सक्सेना ने स्टूडेंट्स को सेफ राइडिंग के लिए कई जरूरी टिप्स दिए।
- हेलमेट हमेशा जरूरी है
- कंफर्टेबल पोजीशन में बैठना चाहिए.
- बॉडी पोश्चर सही रखने के लिए शोल्डर रिलैक्स होने चाहिए और एल्बो 120 डिग्री के एंगल पर होनी चाहिए.
- ग्रिपिंग स्विच से 1 इंच की दूरी पर होनी चाहिए.
- ब्रेक लिवर और गियर लीवर, दोनों को कंट्रोल में रखना चाहिए.
- रंबल स्ट्रिप और गड्ढों से गुजरते समय हल्का सा पैरों के ऊपर खड़े हो जाना चाहिए। इससे बैक बोन पर असर नहीं पड़ता.
- सिटिंग सी एंगल में होनी चाहिए। इससे धचकों या एक्सीडेंट में बैक बोन की गुर्रियां निकलने का डर नहीं रहता.
मुझे बाइक कंट्रोलिंग और सिटिंग पोश्चर के बारे में पता चला। अब तक मेरा पोश्चर सही नहीं होता था।
-आशीष केसरी, स्टूडेंट
अब तक मेरे हाथ सही पोजीशन में नहीं होते थे। अब मुझे पता चला कि हाथ किस एंगल पर होने चाहिए।
-नरेंद्र सिंह, स्टूडेंट
इस प्रोग्राम में मुझे पता चला कि बाइक राइडिंग के दौरान एक्सीडेंटल रीजन क्या होते हैं।
-वैभव भंडारी, स्टूडेंट
यहां मैंने सीखा नैरो रोड्स पर कैसे गाड़ी चलानी चाहिए और बॉडी बैलेंसिंग के तरीके भी सीखे।
-शेखर प्रताप, स्टूडेंट
मैं बाइक पर पैर सही नहीं रखता था। साथ ही एक्सीलेटर लेने और छोडऩे के बारे में भी कुछ कन्फ्यूजन था। अब मेरा कन्फ्यूजन दूर हो गया।
-पवन कुमार, स्टूडेंट