शुरू से रही topper
रिद्धि ने 2005 में सेंट मारिया से 10वीं का एग्जाम पास किया और स्कूल में थर्ड पोजीशन पर रहीं। फिर 2007 में 12वीं का एग्जाम क्लीयर किया। इस बार वह दो पायदान चढ़कर फस्र्ट रहीं। इसके बाद उन्होंने गाजियाबाद के गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक 80 परसेंट के साथ पास किया।
बदल गई life
रिद्धि ने बताया कि जब वह बीटेक कर रही थीं, तब कॉलेज में नेवी ऑफिसर्स ने विजिट किया। उन्होंने स्टूडेंट्स को नेवी ज्वॉइन करने के लिए मोटिवेट किया। उनकी बातों ने रिद्धि पर गहरा असर डाला और नेवी ज्वॉइन करने का मन बना लिया। वह अपनी सफलता का क्रेडिट परिवार को देती हैं। उनका कहना है कि बिना मेहनत के कुछ एचीव नहीं किया जा सकता। वह कहती हैं कि नवंबर 2010 में जब उन्होंने एसएसबी क्वालिफाई किया, तभी से लाइफ में बदलाव होने शुरू हो गए। अब तो वह बस देश की सेवा करना चाहती हैं.Achievement
- 13 जून 2011 को केरल में इंडियन नेवी कैंप ज्वाइन किया.
- 4 जुलाई से 3 दिसंबर 2011 तक 22 हफ्तों की ट्रेनिंग कम्प्लीट की.
- ट्रेनिंग के सेकेंड कोर्स में 240 कैडेट्स में सेकेंड रही.
- वूमेन कैडेट्स में फस्र्ट.
- फ्लैग इन कमांडर इन चीफ का सिल्वर मेडल.
- इंडियन नेवी एकेडमी के नेविगेशन और मिसलेनियस में फस्र्ट। मिले दो प्राइज.