- जांच कमेटी के हाथ खाली होने पर प्रकरण को न्यायिक जांच के लिए भेजा जाएगा

-चार कक्ष निरीक्षकों पर कॉलेज ने लगाया गया प्रतिबंध

BAREILLY: एग्जाम कॉपी की चोरी के प्रकरण में बीसीबी जांच कमेटी एक वीक के बाद भी खाली हाथ है। कमेटी ने आगे जांच करने से हाथ खड़े कर दिए है। उसके हाथ न तो कोई सुबूत लगे हैं, जिसके बल पर वह किसी नतीजे पर पहुंच सके। ऐसे में कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने अब पूरे प्रकरण की जांच रिटायर्ड जज से कराने का मन बना लिया है। मामले में आरयू जांच कराकर रिपोर्ट सौंपने का नोटिस जारी कर चुका है।

न्यायिक जांच पर भरोसा

एग्जाम कॉपी चोरी होने के बाद से बरेली कॉलेज का रवैया काफी ढीला रहा है। एक कॉपी चोरी हो गई, फिर वापस कुछ दिनों के बाद यूज भी की गई, लेकिन कॉलेज को इसकी भनक नहीं लगी। प्रकरण के खुलासे के बाद भी दबाव के चलते कॉलेज ने कमेटी गठित की। कमेटी ने उन कक्ष निरीक्षकों के बयान दर्ज किए जो उस रूम में ड्यूटी कर रहे थे जिस रूम से कॉपी चोरी हुई थी और जिस रूम में कॉपी दोबारा यूज की गई थी। इसके बाद कमेटी ने स्टूडेंट विक्रम गंगवार के भी बयान लिए। इसी ने पुरानी कॉपी यूज की थी। बयान में सभी अपने उपर लगे आरोपों को नकार दिया। प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने बताया कि अब न्यायिक जांच कराई जाएगी। इसके बाद भी कुछ नहीं निकला तो पूरे प्रकरण की जांच के लिए पुलिस को सौंपा जाएगा। इसकी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

चार टीचर्स पर लगा बैन

वहीं कॉपी चोरी के प्रकरण में जिन टीचर्स पर संदेह जाहिर किया जा रहा है, उन पर बैन लगा दिया है। ऐसे चार टीचर्स हैं जो एग्जाम ड्यूटी में तैनात थे। ख्ब् मार्च को जिस रूम से कॉपी चोरी हुई थी और फ्0 मार्च को जिस रूम में यह कॉपी यूज की गई थी। इन दोनों रूम के कक्ष निरीक्षकों पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्हें एग्जाम ड्यूटी से बाहर कर दिया है। उधर बीसीबी में एग्जाम के दौरान थर्सडे को दो स्टूडेंट्स नकल करते हुए धरे गए। इन दोनों के पास से नकल की पर्चियां मिली। जिसमें से एक छात्रा है।