बरेली(ब्यूरो)। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय शोध प्रवेश परीक्षा का परिणाम जुलाई के दूसरे सप्ताह में जारी करेगा। शांतिपूर्ण परीक्षा कराने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं (ओएमआर) का मूल्यांकन हो रहा है। वहीं प्रवेश में विवि नेट व जेआरएफ क्वालीफाई छात्रों को वरियता देगा। शेष प्रति सीट पर परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को मौका दिया जाएगा। ऐसे में एक सीट पर 10 से 12 अभ्यर्थियों में टक्कर होगी।
एमजेपी रुविवि के रिसर्च प्रवेश टेस्ट के माध्यम से विवि कैंपस से पीएचडी करने वाले छात्रों को विश्वविद्यालय 12 हजार रुपये प्रतिमाह स्कालरशिप देगा। जिसे टीङ्क्षचग असिस्टेंट स्कालरशिप का नाम दिया गया है। इसके तहत पीएचडी करने वाले छात्र को विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों को पढ़ाना भी पड़ेगा। प्रवेश के लिए छात्रों को जहां परीक्षा देनी होगी। वहीं यह स्कालरशिप केवल तीन साल ही मिलेगी। इसमें विवि कोई एक्सटेंशन नहीं देगा। रुविवि की शोध प्रवेश परीक्षा 1834 छात्रों ने शोध प्रवेश परीक्षा दी थी। विवि में पीएचडी की पांच सौ सीटों में से दो सौ सीट जेआरएफ के लिए आरक्षित हैं। जिसमें जेआरएफ के स्टूडेंट ही दावेदारी कर रहे हैं। वहीं शेष दो सौ सीटों के लिए नेट क्वालीफाई छात्रों ने आवेदन कर दावा पेश किया है। रिसर्च प्रवेश परीक्षा के जरिए आवेदन करने वाले छात्रों को उन सीटों पर प्रवेश मिलेगा जो नेट क्वालीफाई छात्रों के प्रवेश न लेने से शेष बचेंगी। वहीं विवि प्रशासन सीटों की संख्या बढ़ाने में जुटा है ताकि शोध प्रवेश परीक्षा पास करके आने वाले छात्रों को प्रवेश मिल सकें।
शोध निदेशक प्रो। सुधीर कुमार ने बताया कि 22 विषयों की 500 सीटों के लिए आवेदन मांगे गए थे। जेआएफ व नेट क्वालीफाइ छात्रों के बाद शेष सीटों पर परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को मौका दिया जाएगा।
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