-बरेली की ड्राफ्ट हो रही महायोजना 2031, 31 जुलाई तक होनी है ड्राफ्ट

- जनप्रतिनिधि, क्रेडाई, व्यापारी, डॉक्टर और आम आदमी भेज रहे सुझाव

बरेली : बरेली की महायोजना 2031 तैयार की जा रही है। बरेली विकास प्राधिकरण ने रामगंगा आवासीय योजना की तर्ज पर बदायूं, रामपुर और शाहजहांपुर रोड पर एक-एक आवासीय योजनाएं विकसित करने की योजना तैयार की है। जीआइएस बेस्ड सर्वे हुए हैं। आने वाले वक्त में बरेली के सभी हाईवे पर एक-एक आवासीय योजना तैयार होगी।

मिलने लगेंगी सुविधाएं

सिर्फ इतना ही नहीं, बरेली में बनी 197 कालोनियों के विनयमितीकरण नहीं हुए हैं। मौजूदा वक्त में अवैध श्रेणी में आने वाली इन कालोनियों के लिए महायोजना में उनका विनयमितीकरण करके शुल्क वसूल करने की योजना को भी मूर्त रूप दिया जा रहा है। ऐसा होने पर बहुत बड़ी आबादी को सुविधाएं मिलने लगेंगी। बता दें कि महायोजना 2031 में आने वाले 264 गांवों की आबादी को ध्यान में रखते हुए तैयार होने वाली महायोजना के लिए 31 जुलाई डेडलाइन निश्चित है।

पार्किंग क्लस्टर, रेन वाटर हार्वे¨स्टग होंगे डिवाइडर पर

बिथरीचैनपुर के विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने महायोजना के लिए सुझाव दिया है कि बिना जोनल प्लान के कोई भी महायोजना अधूरी रहेगी। इसलिए मास्टर प्लान के साथ जोनल प्लान बनाए जाए। कामर्शियल एरिया को कामर्शियल ही अंकित किया जाए। ताकि प्राधकिरण से इन क्षेत्रों के नक्शें आसानी से पास हो सके। शहर में ट्रैफिक लोड अधिक होने से जाम रहता है, इसलिए सर्वे करवाकर जगह-जगह पार्किंग क्लस्टर एवं डिवाइडर पर रेन वाटर हार्वे¨स्टग की व्यवस्था कराई जाए।

अलाइनमेंट कराकर अधिग्रहण

मौजूदा वक्त में मुख्य मार्गों को ध्यान में रखते हुए महायोजना 2031 में नियोजन करते वक्त मार्ग प्रस्तावित किये जाए। अगर पुराने मार्ग लगभग 12 मीटर चौड़ाई वाले हैं। तो इन मार्गों को 24 मीटर चौड़ा प्रस्तावित करने पर महायोजना में आसानी से 6-6 मीटर मार्ग के लिए जमीन मिल जाएगी। बिल्कुल नए मार्ग का अलाइनमेंट कराकर अधिग्रहण शुरू कराया जाए। ऐसी जमीनों की खरीदफरोख्त पर तत्काल रोक लगा दी जाए।

ग्रीन बेल्ट होगी 25-25 मीटर

क्रेडाई अध्यक्ष रमनदीप सिंह का सुझाव रहा कि बड़े बाइपास में 100-100 मीटर की ग्रीन बेल्ट छोड़ी गई। इसको घटाकर 25-25 मीटर की जाए। हाईटेंशन लाइन और बड़े पिलर लगे हुए है। उनके नीचे 7-7 मीटर की ग्रीन बेल्ट तैयार करा दी जाएगी। इससे विकास के प्रोजेक्ट में कोई परेशानी नहीं होगी।

भू उपयोग बदलने पर आसानी

आवासीय उद्देश्य से विकसित हुई राजेंद्रनगर कॉलोनी दो दशक में व्यावसायिक हो चुकी है। लोगों ने घरों में दुकानें बनाने के साथ व्यावसायिक गतिविधियां शुरू कर दी। होटल, अस्पताल और शोरूम तैयार हो चुके है। ऐसे में महायोजना 2031 में आवासीय भू उपयोग के भवनों को व्यावसायिक भू उपयोग के बदलाव के लिए भी प्रस्ताव शामिल किया गया है। जिससे व्यावसायिक मानचित्र पास कराने में लोगों को दिक्कत न पेश आए।

महायोजना-2031 के लिए तेजी से लोगों के सुझाव को अमल में लिया जा रहा है। 31 जुलाई तक महायोजना तैयार हो जाएगी।

-नितीश कुमार, डीएम बरेली