बरेली(ब्यूरो)। जनपद में क्राइम की स्थिति क्या है, यह किसी से छिपा नहीं है। पुलिस क्राइम कंट्रोल के दावे तो हजार कर रही है, लेकिनच्सच्चाई कुछ और ही नजर आती है। क्रिमिनल्स लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस के लिए आए दिन नई चुनौती खड़ी कर रहे हैं। अब इसको लेकर आईजी ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने संडे को बैठक कर पुलिस के पेंच कसे। दो टूक कह डाला कि सभी लोग रवैया सुधार लें, अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। इतना ही नहीं उन्होंने भरी मीङ्क्षटग में दो दारोगाओं को बारी-बारी से खड़ा करके पूछ लिया कि भ्रष्टाचार में जेल कब गए थे। यह सुनते ही मीङ्क्षटग में बैठे पुलिसकर्मी हक्का-बक्का रह गए।


पसर गया सन्नाटा
दारोगाओं ने जेल जाने की बात स्वीकारी तो मीङ्क्षटग में सन्नाटा पसर गया। आइजी यहीं नहीं रूके। बढ़ती लूट की घटनाओं, अभद्र व्यवहार एवं भ्रष्टाचार की शिकायतों पर पुलिसकर्मियों को जमकर फटकारा। साफ तौर पर कहा कि लूट की घटनाओं को यदि राजफाश हो रहा है तब घटनाएं बढ़ क्यों रहीं हैं? पुलिसकर्मियों को जनता से सभ्य व्यवहार, सडक़ों पर गश्त बढ़ाने एवं भ्रष्टाचार की शिकायतें न मिलने की नसीहत दे डाली।
दरसअल, आइजी रेंज रमित शर्मा शनिवार देर रात कोतवाली में पुलिसकर्मियों के साथ बैठक कर रहे थे। थाना प्रभारियों, चौकी इंचार्जों को लूट,चोरी एवं नकबजनी की घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के निर्देश दिए।

क्राइम कंट्रोल के निर्देश
गोहत्या की घटनाओं पर अंकुश लगानेच् बच्चा चोरी की अफवाह पर रोकथाम के लिए डिजिटल वालंटियर्स का सहयोग लेने, एनडीपीएस, आईजीआरएस एवं एससी-एसटी एक्ट की लंबित विवेचनाओं के निस्तारण के निर्देश दिए। यह भी कहा कि चौकी प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में पडऩे वाले संवेदनशील स्थानों पर निरंतर भ्रमण करें। धार्मिक स्थलों, होटलों, मैरिज हालों आदि में लगे ध्वनि विस्तारक यंत्रों का शासन द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप कार्रवाई की बात कही। इधर, आइजी के सवाल के बाद भ्रष्टाचार में फंसे दोनों दारोगाओं पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। बैठक में एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज समेत सभी पुलिस अफसर शामिल रहे।

आईजी ने पूछा-कहां हैं भोजीपुरा इंस्पेक्टर
बैठक में बुलाए गए थानेदारों में भोजीपुरा इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार से सवाल करते हुए आइजी ने उन्हें खड़ा किया। तब एसएसपी ने आइजी को बताया कि वह निलंबित कर दिये गए हैं। इसलिए बैठक में नहीं हैं। चर्चा है कि अश्वनी कुमार बैठक के लिए कोतवाली पहुंचे थे, वहां उन्हें निलंबन की जानकारी देकर लौटा दिया गया।