- पेपर कैंसिल का ठीकरा स्टूडेंट्स पर फोड़ा
- 30 अप्रैल के एग्जाम में हुआ था बवाल
- बीसीबी ने आरयू को सौंपी रिपोर्ट
- सारा ठीकरा स्टूडेंट्स पर फोड़ा
BAREILLY: बरेली कॉलेज में फ्0 अप्रैल को हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स का हुजूम एग्जाम देने पहुंचा था। इसका अंदाजा कॉलेज को भी नहीं था। स्टूडेंट्स को बैठने की जगह ना मिली तो उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। जमकर बवाल हुआ, क्वेश्चन पेपर और आंसरशीट जलाए गए। कुछ स्टूडेंट्स तो क्वेश्चन पेपर और आंसरशीट अपने घर लेकर चले गए। कॉलेज ने तत्काल पेपर निरस्त करते हुए सभी स्टूडेंट्स को रवाना कर दिया। इस पूरे मिसमैनेजमेंट पर कॉलेज और यूनिवर्सिटी एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे थे, लेकिन अब अचानक कॉलेज ने इस सारे बवाल की जड़ केवल स्टूडेंट्स को बताया। बीसीबी ने आरयू को सौंपी अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि एनवायरमेंट के एग्जाम में जो अव्यवस्था फैली उसके लिए केवल स्टूडेंट्स ही जिम्मेदार हैं।
आंकड़ों के साथ बताई सिचुएशन
एनवायरमेंट के एग्जाम में बीसीबी ने करीब फ्,000 स्टूडेंट्स के अपीयर होने का अनुमान जताया था। इसके लिए बीएड और बीबीए डिपार्टमेंट में सेंटर बनाया गया था। अपनी रिपोर्ट में कॉलेज ने बताया कि क्90 प्राइवेट और ख् रेगुलर स्टूडेंट्स ने फॉर्म भरा था, जबकि लास्ट ईयर करीब क्क्,000 स्टूडेंट्स अपीयर हुए थे। इस बार फ्,000 स्टूडेंट्स के अपीयर होने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन एग्जाम कंडक्ट कराया गया तो फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स भी शामिल हो गए। इसके चलते स्टूडेंट्स की संख्या 8,000 को भी पार कर गई, जबकि उस दिन केवल बीए सेकेंड ईयर के लिए एनवायरमेंट एग्जाम कंडक्ट कराया जा रहा था। स्टूडेंट्स नहीं आते तो यह अव्यवस्था होती ही नहीं।
कोई आंसरशीट नहीं जलाई गई
कॉलेज ने बवाल के दौरान आंसरशीट जलाने की घटना से इंकार किया है। कॉलेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मीडिया के आने बाद कुछ स्टूडेंट्स ने दिखाने के लिए कागज जलाया। आसंरशीट जलाने का कोई प्रमाण नहीं है। इसके साथ ही कॉलेज ने यह भी कहा है कि परमानेंट टीचर अवकाश पर चल रहे हैं। ऐसे में अस्थाई टीचर ने मोर्चा संभाला, लेकिन वे भीड़ को काबू करने में नाकाम रहे। कॉलेज ने अपनी रिपोर्ट में ड्यूटी में लगे अस्थाई टीचर्स की नाकाबिलियत को भी दर्शाया है।
नई प्रक्रिया के तहत फॉर्म जमा करने की मांग
कॉलेज ने अपनी रिपोर्ट सौंपने के साथ फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया में भी फेरबदल करने की अपील की है। कॉलेज का मानना है कि मौजूदा प्रक्रिया स्टूडेंट्स और कॉलेज के लिए कंफ्यूजिंग है। उन्होंने सुझाव दिए हैं कि फॉर्म पर साफ मेंशन हो कि जिसने एक बार एग्जाम दिया हो वह दोबारा ना दे। इसके साथ ही फॉर्म पर यह दर्शाना दिया जाए कि वह एग्जाम में अपीयर हो चुका है कि नहीं। फॉर्म में यह भी साफ-साफ लिखा होना चाहिए किए यह एग्जाम फ् वर्ष में एक बार ही दिया जा सकता है।
पुलिस को लिखा लेटर
बरेली कॉलेज ने एसएसपी और डीएम को लेटर लिखकर कॉलेज के ख्00 मीटर की परिधि में सिक्योरिटी मजबूत करने की गुहार लगाई है। कॉलेज ने अपने लेटर के जरिए कहा है कि एग्जाम के ख्00 मीटर के दायरे में धारा क्ब्ब् लागू रहती है। जहां पर समूहों में जमावड़ा नहीं हो सकता। ऐसे में काफी संख्या में स्टूडेंट्स के गार्जियन, दूसरे लोग और ऑटो खड़े रहते हैं, जिस वजह से एक एग्जाम के छूटने और उसी वक्त दूसरे एग्जाम के शुरू होने से काफी अव्यवस्था फैल जाती है। कॉलेज ने पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन से सुचारू व्यवस्था बनाए रखने की मांग की है।