-पार्को के ब्यूटिफिकेशन की कवायद फिर लटकी, एक चौथाई भी नहीं हुआ काम
-मेयर की सख्ती भी बेअसर, निर्देशों को बार-बार टाला, नगर आयुक्त भी हुए मजबूर
BAREILLY: निर्देश अनसुने कर दिए गए। चेतावनी खोखली साबित हुई। कार्रवाई का डर कभी रहा ही नहीं। बुलावा भेजा गया तो अक्सर मौजूद न रहे। कुल मिलाकर मामला सिफर। पहचान भरोसे का दूसरा नाम से है, लेकिन काम करने का तरीका दगाबाजों को भी शर्मसार कर दे। यह खूबियां रिलायंस टेलीकॉम कंपनी की है, जिसने एक बार फिर बरेली के ब् बड़े पार्को को सजाने संवारने की जिम्मेदारी पर नगर निगम को ठेंगा दिखा दिया है। अब निगम के जिम्मेदार भी कंपनी के रवैये के आगे कोई भी कार्रवाई करने में मजबूर दिखने लगे हैं।
साल भर से लटकाया काम
शहर में ब्-जी इंटरकनेक्टिविटी के लिए फाइबर केबिल बिछाने का ठेका कंपनी ने शासन से हासिल किया। ठेके के तहत शर्त के मुताबिक कंपनी को शहर के ब् पार्को का ब्यूटिफिकेशन करना था। साल की शुरुआत में कंपनी ने नगर निगम को जल्द ही इन ब् पार्को को संवारने का जिम्मा पूरा करने का भरोसा भी दिया। लेकिन दिन महीने बने और महीने साल बन बीतने को आए पर कंपनी की ओर से एक भी पार्क को पूरी तरह से डेवलप कर संवारा नहीं गया। कंपनी ने एक बार फिर पार्को के ब्यूटिफिकेशन की कवायद पर शुरू होते ही ब्रेक लगा दिए।
सिर्फ दामोदर पाकर् में काम
रिलायंस को शहर के गांधी उद्यान, सीआई पार्क, सेठ दामोदर पार्क और जीबी पंत पार्क को संवारने का जिम्मा दिया गया है। बार-बार के निर्देशों के बावजूद कंपनी की ओर से पार्को को संवारने के लिए कदम नहीं उठाया गया। इस पर अक्टूबर में नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव ने कंपनी के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी। जिसके बाद कंपनी के रिप्रजेंटेटिव्स निगम आए और दीपावली से पहले ही चारों पार्क में काम कराने का भरोसा दिया। लेकिन नवंबर का पहला हफ्ता बीतने तक कंपनी की ओर से सिर्फ सेठ दामोदर पार्क में काम शुरू कराया गया। उसमें भी निगम की ओर से बताए गए सभी निर्देशों को पूरा नहीं ि1कया गया।
कड़ी कार्रवाई में मजबूर निगम
कंपनी के तय समय में करार के तहत पार्को का ब्यूटिफिकेशन न करने पर भी निगम इस पर कोई कारगर कदम नहीं उठा सका। मेयर डॉ। आईएस तोमर ने कंपनी के अधिकारियों को कई बार फटकार लगाई। लेकिन इसका असर बेअसर ही साबित हुआ। मजबूरन मेयर को मानना पड़ा कि निगम कंपनी के खिलाफ कोई सख्त कदम उठाने की स्थिति में नहीं है। मेयर ने निगम के पास कंपनी की सिक्योरिटी जमा न होने के चलते कारगर कार्रवाई न हो पाने की बात कही। वहीं निगम से कार्रवाई न हो पाने की असलियत से रूबरू कंपनी अपने वादे को पूरा करने से बेपरवाह सिर्फ शहर में गड्ढे खोद अपना बिजनेस बढ़ाने की फिक्र में लगी है।
रिलायंस के अधिकारियों को कई बार पार्को का ब्यूटिफिकेशन करने पर चेताया, लेकिन इस पर काम नहीं हुआ। निगम कोई कड़ी कार्रवाई करने में सक्षम नहीं। कंपनी को फिर से तय काम समय पर पूरा करने को कहा जा रहा। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर
रिलायंस पार्को का ब्यूटिफिकेशन पूरा करने में बदमाशी कर रही है। ब् में से सिर्फ क् पार्क में ही काम शुरू हुआ है। कंपनी के अधिकारियों को एक बार फिर से बुलाया गया है। फिर देरी करने पर कंपनी के डिपॉजिट के तौर जमा एक करोड़ से ज्यादा की राशि जब्त की जाएगी। - शीलधर सिंह यादव, नगर आयुक्त