जहां रंग चढ़ा तो चढ़ता ही गया

कैट लाइव

वोटिंग स्टार्ट हुए पौन घंटा बीत चुका था। कैंट के कालीबाड़ी स्थित विष्णु बाल सदन पोलिंग बूथ पर वोटर्स का जोश अब जाकर देखने को मिला। तीनों बूथों पर करीब 125 वोटर्स अपना वोट डाल चुके थे। दिलचस्प बात यह थी कि पुरुषों में वोट डालने की जल्दबाजी ज्यादा थी, जिससे वे अपने घर की महिलाओं को वोट डालने के लिए भेज सकें। सुबह 8:30 बजे बीसीबी। यहां बने सभी बूथों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। लोग कम सुरक्षाकर्मी ज्यादा दिख रहे थे। मॉर्निंग का हाल ऐसा तो दिन का अंदाजा और मायूस करने वाला था। जितने भी वोट पड़े उसमें महिलाओं की संख्या काफी कम रहीं।

इसके बाद हम एक और पॉश एरिया की तरफ बढ़े। रामपुर गार्डन के राष्ट्रीय बाल शिक्षा केंद्र पर सुबह 9 बजे। यहां देखकर लगा कि वोटर्स की अभी सुबह हुई ही नहीं। बीएलओ भी काफी समय तक मौके से गायब रहे।

दोपहर के 12:30 बजे सूरज सिर पर था। बाल जाति कन्या इंटर कॉलेज, मौलाना आजाद इंटर कॉलेज और साहू गोपीनाथ इंटर कॉलेज के पोलिंग बूथों पर सब कुछ बदला हुआ नजर आया। जैसे कोई मेले का नाजारा था। सभी बूथों पर लंबी लाइन। कड़ी धूप में अपनी बारी का वेट करते वोटर्स। यूथ से लेकर बुजुर्ग तक सभी डटे हुए थे। यहां 40 परसेंट तक की वोटिंग हो चुकी थी। टाइम बीतता गया और जहां पर वोटिंग कम रही वहां और सन्नाटा पसरता गया और जहां पर उत्सव का माहौल था वे अपने रंग में अंत तक रमे रहे। वोटिंग के दौरान वोट कास्ट कराने में कई जगहों पर एजेंट्स की दखलअंदाजी ज्यादा और साफ नजर आई। वहीं डिग्री कॉलेज के 211 बूथ नंबर पर वोटर्स ने धीमी वोटिंग की शिकायत की।

और दोपहर बाद पसरा सन्नाटा

सिटी लाइव

लोकतंत्र के महापर्व पर बरेलियंस का जोश भोर चढ़ते ही नजर आने लगा। टाइम सुबह 7 बजे। मनोहर भूषण इंटर कॉलेज, सूरजभान इंटर कॉलेज, कुंवर रनवीर सिंह इंटर कॉलेज, सेंट फ्रांसिस कॉनवेंट कॉलेज, खालसा इंटर कॉलेज सहित सभी पोलिंग सेंटर पर वोटर्स की लंबी लाइन। दिलचस्प रहा कि गल्र्स की संख्या काफी थी।

सुबह 9 बजे खालसा इंटर कॉलेज। मुस्लिम महिलाओं की लम्बी लाइनें दिखी। वहीं 9:30 बजे सेंट फ्रांसिस कॉलेज में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ था। बूथ पर मौजूद अधिकारी खुद परेशान थे। कह रहे थे बूथों को सही से मैनेज नहीं किया गया। लोगों को ढूंढने में दिक्कत हो रही है। वे कहां तक वोटर्स का बताएं।

बूथों पर पसरा सन्नाटा

सुबह 11 बजे सूरजभान कॉलेज में वोटर्स का उत्साह देखने लायक था लेकिन सूरज चाचू की टेढ़ी नजर इसे भी लग गई। धूप की तपिश में वोटर्स का जोश धीरे-धीरे ठंडा पड़ता नजर आया। पोलिंग बूथ पर सुबह से लगी लम्बी कतारें दोपहर बाद  सिकुड़ती चली गईं। शाम 3 बजे के बाद सभी बूथों पर सन्नाटा पसरा रहा। वोटर्स का जोश दोपहर बाद अचानक गायब हो गया। सनातन धर्म उच्चतर विद्यालय, जनता इंटर कॉलेज, गुरू नानक रिक्खी कॉलेज, द्रोपदी कन्या कॉलेज, सूरजभान इंटर कॉलेज की दोनों ब्रांच, खालसा कॉलेज, मनोहर भूषण इंटर कॉलेज, कुंवर रंजीत सिंह इंटर कॉलेज सहित कई बूथों पर लगी लम्बी लाइनें दोपहर बाद सिकुड़ती चली गईं। शाम 5 बजे तक थोड़ी-थोड़ी देर में इक्का-दुक्का लोग आते रहे और वोट डालते रहे।

झलकियां

कपड़ा पहुंचा दिया घर

एडमिनीस्ट्रेशन ने सभी बूथों पर थंब इंप्रेशन मिटाने के लिए कपड़ा मुहैया किया था लेकिन सिटी के ज्यादातर बूथ्स पर वोटर्स को कपड़ा नहीं मिल सका। दरअसल अनपढ़ वोटर्स का  थंब इंप्रेशन लिया जाता है। उंगली से थंब इंप्रेशन मिटाने के लिए ही एडमिनिस्ट्रेशन कपड़ा मुहैया करता है। जबकि सिटी के पोलिंग सेटर्स पर यह कपड़ा वोटर्स को ढूंढे भी नहीं मिला।

कहते-कहते डाल दिया वोट

पोलिंग सेंटर पर वोटर की मदद के लिए एजेंट्स मौजूद रहते हैं। सैदपुर पोलिंग सेंटर में रूम नम्बर 9 में सुबह 8:13 मिनट पर एक एजेंट ने महिला को ईवीएम मशीन में पॉलिटिकल पार्टी का बटन बताते-बताते अपना मन पसंद बटन दबाकर उसका वोट कास्ट कर दिया। महिला को जब तक कुछ समझ आता उसका वोट उसकी मर्जी के बगैर ही कास्ट हो गया था। इसके बाद उसने बड़े इत्मीनान से कहकर उस महिला को चलता कर दिया कि हो गया तुम्हारा वोट।

खूब चले एसएमएस

प्रचार को लेकर कैंडिडेट पूरी तरह से मैसेज पर डिपेंड हो गए थे। कई वोटर ने बताया कि उनके मोबाइल पर ऐसे मैसेज आते रहे जिनमें उनसे किसी पार्टिकुलर पार्टी को वोट कास्ट करने को कहा गया था। इसके अलावा उस मैसेज को फॉरवर्ड करने पर उन्हें एक्स्ट्रा टॉक वैल्यू मिलने की बात भी कही गई थी।