यूनियन की एक्टिविटीज तेज

जैसे-जैसे एडमिशन प्रोसीजर अपनी समाप्ति की ओर है रुहेलखंड यूनिवर्सिटी और कैंपस में स्टूडेंट यूनियन इलेक्शंस की गतिविधियां जोर पकडऩे लगी हैं। स्टूडेंट लीडर्स ने कंपेनिंग स्टार्ट कर दी है। कैंपस के अंदर और बाहर प्रचार-प्रसार के लिए बड़ी-बड़ी होर्डिंग्स लगाई जा रही हैं। कॉलेज और यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा सख्ती न किए जाने से इन स्टूडेंट्स लीडर्स के हौंसले बुलंद हैं।

होर्डिंग्स का है बोल-बाला

कैंपस के अंदर और बाहर लगे होर्डिंग्स लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों को मुंह चिढ़ा रहे हैं। कमेटी द्वारा स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन को लेकर यह क्लियर डायरेक्शंस हैं कि कैंपस के अंदर और बाहर कहीं भी होर्डिंग्स व बैनर-पोस्टर से कंपेनिंग नहीं की जाएगी, लेकिन यहां के कैंपस में स्थिति बिल्कुल उलट है। यही नहीं कैंपस के इर्द-गिर्द का पूरा इलाका होर्डिंग्स से पटा हुआ है।

हटाने की हिमाकत कौन करे

दरअसल अधिकांश होर्डिंग्स एक बड़ी पार्टी समर्थित स्टूडेंट्स ग्रुप की हैं। जिनकी पैठ उस पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं के साथ है। इसी रसूख के कारण एडमिनिस्ट्रेशन इन होर्डिंग्स को हटाने की हिमाकत नहीं कर पा रहा है, जिसका नतीजा यह है कि स्टूडेंट लीडर्स सरेआम लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

एडमिनिस्ट्रेशन को नहीं परवाह

यूनिवर्सिटी और कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन इन होर्डिंग्स पर सख्ती करने से साफ बच रहा है। इसका स्पष्टï उदाहरण देखने को मिल रहा है कि बरेली कॉलेज के कैम्पस में ही कई बैनर और होर्डिंग्स लगे हुए हंै। बरेली कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर अजय शर्मा ने बताया कि कैंपस के अंदर जो होर्डिंग्स लगी हैं उनको हटाया जा रहा है, लेकिन कैंपस के बाहर की होर्डिंग्स को हटाने की जिम्मेदारी हमारी नहीं है। यह काम निगम का है। हालांकि हमने स्टूडेंट्स लीडर्स को इसे हटाने की हिदायत दी है।

कोई बुराई नहीं है होर्डिंग्स में

इस संबंध में जब नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने तमाम नियम कानून गिना दिए। पहले तो उन्होंने इन होर्डिंग्स को ही जायज ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि यह होर्डिंग्स किसी भी रूप में स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन को इंडिकेट नहीं करते। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब तक कोई आपत्ति नहीं आती इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती।