BAREILLY: रिसर्च पेपर लिखना भी एक आर्ट है। हर कोई इसे सही तरीके से लिख नहीं पाता। सही ढंग से न लिखे जाने की वजह से यह इम्पैक्टफुल नहीं लगता। आरयू में चल रहे एकेडमिक रिसर्च इन मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग एड आईटी पर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में स्टूडेंट्स ने यह कला सीखी। आईआईटी, दिल्ली से आए डॉ। देवेंद्र कुमार चौधरी ने इस पर विस्तार से प्रकाश डाला। जिसे सभी स्टूडेंट्स व टीचर्स ने भी सराहा। इससे पहले सत्र में प्रोडक्शन मैनेजमेंट पर टीचर्स व स्टूडेंट्स ने रिसर्च पेपर पढ़े। डीआरडीओ के पूर्व निदेशक प्रो। हर्ष कुमार ने नैनो कार्बन ट्यूब के उद्गम से अब तक हुए प्रयोगों व उपयोगों के बारे में विस्तार पूर्वक समझाया। इसके अलावा टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के ब्भ् और इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस वमैटीरियल साइंस के 8भ् रिसर्च पेपर्स पढ़े गए। इस ऑकेजन पर डॉ। पंकज शर्मा, डॉ। अरविंद शर्मा, डॉ। अतुल कटियार, डॉ। मनोज कुमार सिंह समेत कई टीचर्स मौजूद रहे।