बरेली(ब्यूरो)। कमिश्नर संयुक्ता समद्दर एवं पुलिस महानिरीक्षक रमित शर्मा की अध्यक्षता में पुलिस लाइन सभागार में आगामी त्यौहारों पर कानून व्यवस्था के संबंध में बैठक हुई। कमिश्नर ने कहा कि बरेली स्मार्ट सिटी के रूप में तैयार हो रहा है और असली स्मार्टनेस तो सामाजिक सौहार्द, सामाजिक शांति तथा आपसी भाईचारा से आती है। आईजी रमित शर्मा ने कहा कि बरेली पूरे भारत में शांति का संदेश देता रहा है कुछ अपवादों को छोडक़र हमेशा से जुलूस शांति पूर्ण रहे हैं।

समय में किया गया परिवर्तन
डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि पर्वों में कोई भी नई परंपरा ना डाली जाए। दोनों धर्मों के लोग जुलूस का एक ही समय में न हो। इसके लिए वाल्मीकि समुदाय के लोग सुबह 10 बजे से तीन बजे तक व ईद मिलादुन्नबी-बारावफात का जुलूस तीन बजे बाद निकालें। इससे दोनों समुदाय के बीच संघर्ष की स्थिति नहीं उत्पन्न होगी।

दिए गए हैैं निर्देश
कमिश्नर ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन रास्तों पर ईद मिलादुन्नबी-बारावफात जुलूस व वाल्मीकि जयंती शोभायात्रा निकालते हैं उन जगहों का निरीक्षण पहले ही कर लिया जाए। आयोजकों को निर्देश दिए कि वॉलिंटियर्स को इसकी सूची तैयार कर उपलब्ध कराई जाए। अपर नगर आयुक्त को निर्देश दिए गए कि आगामी पर्व से पहले सभी सडक़ों की मरम्मत पूर्ण कर ली जाए। दोनों समुदाय की समस्याएं सुनने के बाद एसएसपी ने कहा कि जुलूस किस रास्ते आयेंगे और किस रास्ते से निकलेेंगे, दोनों समुदाय के लोग इसकी लिस्ट प्रदान करें। उसी के अनुसार पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाएगी। बैठक में जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी, एसएसपी अखिलेश कुमार चौरसिया, अपर जिलाधिकारी नगर डॉ। आरडी पांडे व अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।