- बिजली कटौती से रामलीला मंचन में हो रही हैं काफी प्रॉब्लम्स
-समितियों की ओर से हर दिन करीब 50 लीटर से ज्यादा खर्च हो रहा डीजल
- बिजली कटौती होने से रामलीला में पहुंच रहे कम संख्या में दर्शक
BAREILLY: शहर में हो रही अनियंत्रित बिजली कटौती से अब 'भगवान राम' भी आजिज आ गए हैं। हैरान होने की जरूरत नहीं है, दरअसल हम बात कर रहे हैं रामलीला के राम जी और बाकी कैरेक्टर्स प्ले करने वाले एक्टर्स की। बिजली कटौती का 'करंट' रामलीला स्टेज पर ऐसा दौड़ा है कि एक्टर्स से लेकर कमेटी मेंबर्स के माथे पर टेंशन की लकीरें खिंच गई हैं। एक तरफ तो इस वजह से रामलीला देखने दर्शक कम पहुंच रहे हैं तो दूसरी तरफ रामलीला कमेटियों का बजट बिजली के दूसरे इंतजामों से बढ़ता ही जा रहा है। रोस्टिंग का कोई तय शेड्यूल ना होने से कमेटियों को समूचे मंचन के दौरान जेनरेटर पर ही निर्भर रहना पड़ता है। इससे आक्रोशित रामलीला समितियां प्रदर्शन का मन बना चुकी हैं।
बजट हो रहा बजट के बाहर
समितियों के अनुसार लास्ट ईयर प्रॉपर बिजली आने से रामलीला मंचन एक जेनरेटर के बैकअप के भरोसे आराम से निपट जाती थी। इस बार दो जेनरेटर भी पूरी रामलीला मंचन में कम पड़ रहे हैं। जोगी नवादा श्री वनखंडी धाम रामलीला परिषद अध्यक्ष सुरेश ने बताया कि रामलीला मचंन के वक्त बिजली गायब ही रहती है, कोई फिक्स रोस्टिंग शेड्यूल नहीं है। दो जेनरेटर चलाने की वजह से हर दिन करीब भ्0 लीटर से ज्यादा डीजल की खपत हो रही है। दूसरी ओर कैंट रामलीला समिति के अध्यक्ष सतीश मेहता बताते हैं कि रामलीला मंचन में हर दिन करीब फ्0 लीटर से ज्यादा डीजल की खपत हो रही है। इस बार सब बजट के बाहर हो गया है।
लाइट गई चलो घर चलें
एक जमाना था कि लोग लाइट जाने पर घरों के बाहर बैठ कर पड़ोसियों से बातें करते थे पर अब लोग बाहर निकलने से भी डरते हैं। स्पेशली बहू-बेटियों को कोई भी रात में बाहर नहीं जाने देता। वहीं जो महिलाएं अथवा लड़कियां रामलीला मंचन देखने आ भी रही हैं, वह भी लाइट के जाते ही घरों को वापस चली जाती हैं। मढ़ीनाथ रामलीला समिति के राजेंद्र जोशी की मानें तो शहर में बढ़ रही चोरी की घटनाओं के मद्देनजर लोग लाइट जाने के साथ ही तुरंत उठकर चले जा रहे हैं। ऐसे में बजट तो गड़बड़ा ही रहा है, रामलीला के माहौल पर भी असर पड़ रहा है।
विभाग के खिलाफ करेंगे प्रदर्शन
अब रामलीला समितियों की ओर से बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करने की तैयारी हो रही है। गौरतलब है कि बिजली कटौती को लेकर समितियों ने रामलीला मंचन के शुरुआत से पहले ही विभाग को बिजली कटौती ना करने का ज्ञापन सौंपा था। हाल ही में मढ़ीनाथ कमेटी की ओर से कलाकार राम, लक्ष्मण और सीता समेत अन्य भेष बनाकर बिजली विभाग पर पहुंचे थे, लेकिन विभाग की ओर से आश्वासन मिला पर कार्रवाई नहीं की गई। इस बाबत शहर की कटरा चांद खां, कैंट, सुभाषनगर, हार्टमन चौराहा, मढ़ीनाथ, जोगीनवादा की रामलीला समितियों ने विभाग के खिलाफ प्रदर्शन का मन बना लिया है।