-धोपेश्वरनाथ मंदिर में आज शाम चार बजे केवट प्रसंग का मंचन किया जाएगा
BAREILLY: शहर की रामलीला समितियों की ओर से फ्राइडे को विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया गया। श्री बाबा वनखंडीनाथ धाम श्री रामलीला परिषद जोगीनवादा, सुभाषनगर रामलीला कमेटी और कैंट रामलीला समाज की ओर से दशरथ प्रतिज्ञा, राम वनवास, केवट प्रसंग और दशरथ मरण का भावपूर्ण मंचन किया गया। वहीं कटराचांद खां और जिला प्रशासन की ओर से आयोजित रामलीला में रामायण के क्रमानुसार विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया गया। कैंट रामलीला समिति की ओर से सैटरडे को धोपेश्वरनाथ मंदिर में शाम चार बजे केवट प्रसंग की सजीव स्वरूप प्रस्तुति की जाएगी।
दशरथ मरण देख रो पड़े दर्शक
श्री बाबा वनखंडीनाथ धाम श्री रामलीला परिषद जोगीनवादा और सुभाषनगर रामलीला कमेटी की ओर से आयोजित रामलीला में केवट प्रसंग का मंचन किया गया। वनवास पर निकले राम, लक्ष्मण और सीता को नदी पार कराने के लिए केवट संवाद का मंचन हुआ। केवट ने प्रभु राम से पांव पखारने का निवेदन किया। त्रिलोक में घटने वाली हर घटना के ज्ञाता प्रभु राम ने केवट से पांव पखारने का कारण पूछा। जिस पर वह कई बहाने बनाता रहा और राम जिसे सुन मुस्कुराते रहे। लेकिन राम को वनवास देने के बाद राजा दशरथ की तबियत बिगड़ने लगी। पुत्र की याद में तड़पते हुए आखिरकार राजा दशरथ की मृत्यु हो गई, जिसे देख दर्शक नम आंखों से कैकेयी की कुटिलता को कोसते रहे।