डिवाइस से होगा स्पार्क

इस साल रावण अब रिमोट कंट्रोल से जलाया जाएगा। बरेली में पहली बार चौधरी तालाब और श्री बनखंडी नाथ मंदिर में होने वाली रामलीला में ऐसा किया जा रहा है। श्री बनखंडी नाथ मंदिर के मेला उपाध्यक्ष हरिओम राठौर ने बताया कि इस बार रामलीला में रावण वध पुतले को रिमोट कंट्रोल से जलाया जाएगा। इसके लिए उसमें पहले से एक डिवाइस रखी जाएगी, जो रिमोट से कंट्रोल होगी। बटन दबाते ही डिवाइस से स्पार्क होगा और पुतले में आग लग जाएगी। वहीं चौधरी तालाब रामलीला के मेला प्रबंधक प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि इस बार प्रशासन ने रामलीला में रावण के पुतले को रिमोट कंट्रोल से जलाने का डिसीजन लिया है।

सुनाई देंगे पूरे डायलॉग्स

सुभाषनगर रामलीला कमेटी के आलोक तायल ने बताया कि रामलीला मंचन के दौरान पहली बार कॉलर माइक का यूज किया जाएगा। इससे ऑडियंस क ो पूरे डायलॉग सुनने में आसानी होगी। अब तक स्टेज पर दो या तीन माइक रखे जाते थे। जब आर्टिस्ट एक माइक से दूसरे माइक तक पहुंचता है, उसके बीच का डायलॉग ऑडियंस को सुनाई ही नहीं देता है।  

महंगी भी हुई रामलीला

बढ़ती महंगाई का असर भी रामलीला पर साफ नजर आ रहा है। मेला कमेटियों की मानें तो इस साल रामलीला और मेले का खर्च 25 परसेंट तक बढ़ गया है। चौधरी तालाब रामलीला के मेला प्रबंधक प्रवीण अग्रवाल ने बताया लास्ट ईयर मेले का खर्च तकरीबन चार लाख रुपये आया था। पर इस बार यह खर्च बढ़कर पांच लाख से भी ज्यादा होने का अनुमान है। वहीं सुभाषनगर रामलीला में भी खर्च एक लाख तक बढ़ गया है। जोगी नवादा में हो रही रामलीला में लास्ट ईयर तकरीबन तीन लाख का खर्च आया था। पर इस बार पूरे कार्यक्रम में चार लाख से ज्यादा का खर्च आया है। मेला प्रबंधकों की मानें इस बार उन्हें मिलने वाला आर्थिक सहयोग भी कम हुआ है। रामलीला मंडली ने भी अपनी फीस बढ़ा दी है।

रावण का बढ़ा कद

सुभाष नगर रामलीला में अब तक 36 फीट तक ऊंचा रावण बनता था। मेला कमेटी के आलोक तायल ने बताया इस बार यह 50 फीट का होगा। रवि छाबड़ा ने बताया मॉडल टाउन ग्राउंड में रावण 60 फीट का, कुंभकर्ण और मेघनाद 40-40 फीट के होंगे। चौधरी तालाब के रावण का कद भी इस बार बढ़ाया जाएगा, पर यह अभी तय नहीं हुआ है।

स्थानीय कलाकार भी होंगे

सिटी में होने वाली दो रामलीला को छोड़ दें तो सुभाषनगर, राजेंद्र नगर की रामलीला में स्थानीय कलाकार ही पार्टिसिपेट करते हैं। वहीं मढ़ीनाथ, जोगीनवादा, चौधरी तालाब में रामलीला मंडली बाहर से ही आती है। इन मंडलियों में बिहार से लेकर आसपास के जिलों तक के कलाकार पार्टिसिपेट कर रहे हैं।

सोशल मैसेज देगा रावण

मढ़ीनाथ रामलीला के आयोजक देवेंद्र जोशी ने बताया यहां होने वाली रामलीला में रावण मरने से पहले ऑडियंस को कोई न कोई सोशल मैसेज जरूर देता है। यह मैसेज ही इस रामलीला को दूसरी रामलीलाओं से अलग करता है।

कब शुरू होगी रामलीला

श्री बनखंडी नाथ मंदिर            रामलीला जारी

चौधरी तालाब रामलीला          वेडनसडे से शुरू

सुभाष नगर रामलीला            थर्सडे से शुरू

मढ़ीनाथ रामलीला                16 से शुरू

पर्वतीय समाज की रामलीला      18 से राजेन्द्र नगर में         

पर्दे पर भी दिखेगी रामलीला

दशहरे में होने वाली रामलीला देखने के लिए अब लोगों को आगे की सीट पर बैठने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। लोगों को मंच दिखे न दिखे, लेकिन रामलीला स्पष्ट रूप से दिखेगी। रामलीला का मंचन दिखाने के लिए चौधरी तालाब के रामलीला प्रबंधक की ओर से प्रोजेक्टर की मदद ली जाएगी, जिससे पर्दे पर भी रामलीला का मंचन दिखाई देगा। इससे रामलीला में पीछे बैठे लोगों को भी रामलीला आसानी से नजर आएगी।