- बीडीए ने किया छलावा, प्लॉट के नाम पर दिया धोखा
- वर्षो बाद भी नहीं मिला आवंटित जमीन पर कब्जा
BAREILLY: बीडीए ने रामगंगा आवासीय योजना के तहत सैकड़ों लोगों के साथ धोखा किया है। योजना के तहत खुद के नाम जमीन होने का झूठा दावा करने वाले विभाग ने बरेली और दूसरे डिस्ट्रिक्ट के लोगों को ठगा है। विभाग ने प्लॉट मुहैया कराने के नाम पर करोड़ों रुपए जमा करवाए, लेकिन अब तक किसी को जमीन पर कब्जा नहीं दिया गया। रामगंगा आवासीय योजना के तहत आवंटित प्लॉट पर वर्षो बाद भी बीडीए ने कब्जा नहीं दिया। माह के दूसरे वेडनसडे को लगने वाली जनता की अदालत में आवंटियों ने इसकी शिकायत की।
ख्00म् में आवंटित हुआ था जमीन
रामगंगा आवासीय योजना के तहत ख्00म् में विभाग ने सेक्टर तीन के लिए क्00फ् प्लॉट्स देने की घोषणा की थी। इसे छह केटेगरी में बांटा गया था। इसके तहत एचआईजी-क् में क्म्ख् मीटर क्षेत्रफल के ख्ब् प्लॉट, एचआईजी-ख् में ख्00 मीटर के क्म्फ् प्लॉट, एचआईजी-फ् में ख्88 मीटर क्षेत्रफल के 8ब् प्लॉट, एमआईजी-क् में 7ख् मीटर क्षेत्रफल के ब्क्7 प्लॉट, एमआईजी-ख् में क्क्ख्.भ् मीटर क्षेत्रफल के ख्8भ् प्लॉट और एलआईजी के तहत म्0 मीटर क्षेत्रफल में फ्0 प्लॉट काटे गए थे।
कई आवंटियों का हो गया तबादला
बीडीए की बहुचर्चित रामगंगा आवासीय योजना के तहत प्लॉट के लिए आवेदन करने वाले नौकरी-पेशे से जुड़े कई लोगों का डिस्ट्रिक्ट से तबादला हो चुका है। इन लोगों ने आवंटित प्लॉट की रजिस्ट्री और जमीन पर कब्जे के लिए कई बार बीडीए अधिकारियों के यहां फरियाद की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। विभाग से बार-बार मायूसी के बाद अब वे संगठित होकर इस मामले को सीएम और पीएम के यहां पहुंचाने का मन बना रहे हैं।
मेरे कहने पर ही 8-क्0 लोगों ने बीडीए में जमीन के लिए आवेदन किया था। मुझे कहा गया था कि आवेदन के क्भ् महीने के भीतर जमीन पर कब्जा दे दिया जाएगा। ख्00म् में ख्88 वर्गमीटर जमीन के लिए मैंने सात लाख बीस हजार रुपए जमा किया था। विभाग में पैसा जमा करने के लिए मेरे साथ के सभी लोगों ने आईसीआईसीआई बैंक से लोन ले रखा है, लेकिन हमें अब तक जमीन पर कब्जा नहीं मिला।
- डॉ। मोनिका शर्मा, पशु चिकित्सा अधिकारी धौरा टाडा
सेक्टर तीन में ख्00 वर्ग मीटर का प्लॉट विभाग ने ख्00भ् में मेरे नाम से अलॉट किया था। मैंने ढाई हजार रुपए वर्ग मीटर के हिसाब से भ् लाख रुपए विभाग में जमा किया था। मुझे अब तक जमीन पर कब्जा नहीं दिया गया। वकील से नोटिस भेजने पर विभाग ने जवाब दिया कि डेवलेपमेंट हो रहा है और जल्द ही कब्जा दिया जाएगा।
- डॉ। विवेकानंद गंगवार, यूपी डास्प पीलीभीत।
ख्00म् में मैंने रामगंगा आवासीय योजना के तहत ख्88 वर्गमीटर के प्लॉट के लिए 7 लाख ख्क् हजार रुपए विभाग में जमा किया था। इस पैसे को जमा करने के लिए मैंने एचडीएफसी बैंक से लोन ले रखी थी। समय पूरा होने के बाद कब्जे के लिए मैंने विभाग को कई चिट्ठियां लिखीं, लेकिन जमीन डेवलप किए जाने के नाम पर विभाग गोलमटोल जवाब देता रहा है। आठ साल बीतने के बाद भी मेरे नाम जमीन रजिस्ट्री नहीं किया गया।
- डॉ। विनोद कुमार, डिप्टी चीफ वेटरीनरी ऑफिसर उन्नाव।
नई नीति के आने के बाद किसानों से जमीन लेना आसान होगा। हमें उम्मीद है कि अगले छह माह के भीतर सभी लाभार्थियों को उनके जमीन पर कब्जा दिला दिया जाएगा।
- गरिमा यादव, सेक्रेटरी बीडीए।