- कई नए मोडीफाइड और स्किल्ड कोर्सेज किए गए लागू
-यूनिवर्सिटी ने अपने कोर्सेज को मोडन्ीफाइड किया है
BAREILLY: इंडस्ट्री को ध्यान में रखते हुए राजर्षि टंडन यूनिवर्सिटी ने भी अपने कोर्सेज को भी मोडीफाइड कर दिया है। यही नहीं अब यूनिवर्सिटी पूरी तरह से ऑनलाइन हो चुकी है। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने अपनी नई वेबसाइट भी लॉन्च कर दी है। स्टूडेंट्स नए सेशन से ऑनलाइन एडमिशन के साथ रिजल्ट, मार्कशीट और डिग्री तक ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। यही नहीं नए सेशन से पीएचडी प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। वर्ष ख्009 से पीएचडी बंद थी। यूजीसी के ख्009 रेगुलकेशन के अनुसार यूनिवर्सिटी ने पीएचडी के लिए नया ऑर्डिनेंस अप्रूव करा लिया है। नेक्स्ट सेशन से स्टूडेंट्स पीएचडी के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं।
ख्क् नए कोर्सेज हुए लॉन्च
यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। एमपी दुबे मंडे को शहर में थे। उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री के अनुसार यूनिवर्सिटी ने अपने कोर्सेज को मोडीफाइड कर रोजगारपरक बनाया है। इसके लिए ख्क् नए कोर्सेज लॉन्च किए गए हैं। जिनमें से कुछ कोर्सेज तो कहीं पर भी पढ़ाए नहीं जाते। इनमें डिप्लोमा इन उर्दू, उर्दू जर्नलिज्म, उर्दू एंकरिंग, वेब टेक्नोलॉजी, साइबर इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी, ट्यूरिज्म, फोरेंसिक साइंस, ज्वैलरी डिजाइनिंग समेत कई कोर्सेज शामिल हैं। उन्होंने बताय कि यह सभी कोर्सेज स्टूडेंट्स को स्किल्ड बनाते हैं और इंडस्ट्री के लोग ही स्टूडेंट्स को ट्रेंड करेंगे।
अब म्ख् नए प्रोग्राम्स
इसके साथ ही यूनिवर्सिटी ने म्ख् नए स्किल्ड प्रोग्राम्स भी शुरू किए हैं। ये ऐसे प्रोग्राम्स हैं जिनमें स्टूडेंट्स की पढ़ाई के अनुसार सर्टिफिकेट दिया जाएगा। म् महीने के लिए सर्टिफिकेट, क् वर्ष डिप्लोमा, दो वर्ष एडवांस डिप्लोमा और फ् वर्ष से ज्यादा तो डिग्री प्रदान कर दी जाएगी। इनमें अधिकांश वे कोर्सेज हैं जिसमें ट्रेंड होकर स्टूडेंट्स अपना रोजगार भी स्थापित कर सकते हैं। इनमें ई कॉमर्स, ट्यूरिज्म, ज्वैलरी, नर्सिग, डेयरी डेवलपमेंट, होटल मैनेजमेंट, आईटी, स्टिचिंग, इंडस्ट्री बायोकेमेस्ट्री, ई लाइब्रेरी, डेस्क टॉप पब्लिशिंग, समेत कई कोर्सेज हैं। उन्होंने बताया कि यह सभी प्रोग्राम्स इंडस्ट्री बेज्ड हैं, जिनमें केवल इंडस्ट्री के लोग ही स्टूडेंट्स को पढ़ाएंगे। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि लखनऊ की चिकनकारी, बरेली की जरी जरदोजी समेत कई जिलों के स्थानीय कामों में भी स्टूडेंट्स को ट्रेंड किया जाएगा।
मोबाइल पर भी स्टडी मैटीरियल
वीसी प्रो। एमपी दुबे ने बताया कि फ्यूचर में स्टूडेंट्स को मोबाइल और टैबलेट पर भी स्टडी मैटीरियल प्रोवाइड कराया जाएगा। फिलहाल एमबीए कोर्स के स्टडी मैटीरियल को मोबाइल पर प्रोवाइड कराने की योजना तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि बाद में सभी कोर्सेज के स्टडी मैटीरियल को भी प्रोवाइड कराने की योजना है। इसके साथ ही यनिवर्सिटी की नई वेबसाइट पर स्टूडेंट्स के लिए हेल्प डेस्क ओपन किया गया है। जिसके माध्यम से वे अपनी कंप्लेन लॉज कर सकते हैं। इस ऑकेजन पर बीसीबी में स्थित स्टडी सेंटर के कोऑर्डिनेटर डॉ। आरबी सिंह, रीजनल कोऑर्डिनेटर डॉ। मिथिलेश मिश्रा समेत कई मौजूद रहे।
छात्रसंघ पर बैन सही नहीं
छात्रसंघ पर बैन लगाने की बात को उन्होंने सही नहीं माना। लखनऊ में आयोजित कुलपतियों के सम्मेलन में छात्रसंघ को बैन करने का मुद्दा उठा था। इस पर प्रो। दुबे ने कहा कि यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज राजनीति की नर्सरी भी है। ऐसे में इसपर बैन नहीं बल्कि इसको कंडक्ट कराने के तरीकों पर विचार करना चाहिए। यूनिवर्सिटी में बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर उन्होंने कहा कि इसके लिए वीसी काफी हद तक जिम्मेदार हैं। वीसी एकेडमिक के साथ एडमिनिस्ट्रेटिव कैपेबिलटी का होना चाहिए। राजनीतिक हस्तक्षेप की वजह से यूनिवर्सिटी में वीसी सही नहीं आ रहे हैं। जिस वजह से यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।