-एंटी रै¨गग कमेटी की जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा
बरेली : बरेली कॉलेज में एलएलबी छात्र के साथ हुई रै¨गग और मारपीट की घटना में राशिद के साथ जिन दो छात्रों के नाम दिए गए हैं। कॉलेज रिकार्ड में उनका नाम ही दूसरे हैं। यानी शिकायती पत्र में पीडि़त ने संजय मेवाती का नाम लिखा है। जबकि कॉलेज के रिकार्ड में वह साजिद रजा खान है। इसी तरह मधुनेश यादव का नाम मधुकर यादव दर्ज है। शुक्रवार को एंटी रै¨गग कमेटी ने जांच की तो हैरान रह गई। शिक्षकों का उनका कहना है कि हमें भी इन छात्रों के असली नाम नहीं मालूम थे।
तीन दिसंबर को रै¨गग मामले में पीडि़त छात्र वंश चतुर्वेदी ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ। अनुराग मोहन को शिकायती पत्र दिया था, जिसमें राशिद के साथ संजय मेवाती और मधुनेश यादव पर आरोप लगाए थे। एंटी रै¨गग कमेटी के संयोजक डॉ। आरके गुप्ता ने बताया कि कॉलेज के रिकार्ड में राशिद मेवाती का नाम राशिद खान, संजय मेवाती का नाम साजिद रजा खान और मधुनेश यादव का नाम मधुकर यादव लिखा है। शिक्षक हों या छात्र साजिद को संजय मेवाती के नाम से ही जानते हैं। ऐसे में रिकार्ड में नाम बदला होना आश्चर्य की बात है। फिलहाल सभी को नोटिस भेज कर 14 दिसबर तक जवाब देने के लिए कहा गया है। 15 दिसंबर को कमेटी बैठक कर जांच रिपोर्ट पर निर्णय लेगी। उधर, साजिद का कहना है कि गांव में उसका नाम संजय मेवाती है। सभी उसको इसी नाम से जानते हैं। लेकिन लिखा पढ़ी में नाम साजिद रजा खान है।
आरोपित और जांच कर्ता एक ही पार्टी के
रै¨गग मामले में आरोपित राशिद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का जिलाध्यक्ष है। वहीं, संजय मेवाती उर्फ साजिद रजा खान पार्टी का उपाध्यक्ष है। जबकि एंटी रै¨गग कमेटी के संयोजक एवं जांच अधिकारी डॉ। आरके गुप्ता भी इसी पार्टी में बतौर सदस्य हैं। शुक्रवार को इसको लेकर काफी चर्चा रही। हालांकि डॉ। गुप्ता का कहना है कि वह काफी पहले सदस्य बने थे। उनकी जानकारी में नहीं है कि राशिद और संजय पार्टी के पदाधिकारी हैं।