ले गए साहब के पास
भमौरा थाने के अंगूरी गांव का रहने वाला भानुप्रताप संडे रात दोस्त महावीर और बब्बू संग अपनी ससुराल बिछुइया जा रहा था। रात करीब 8:30 बजे देवचरा और बल्लिया के बीच उनकी बाइक के सामने अचानक रस्सी आ गई, जिससे तीनों गिर गए। अचानक 10-15 नकाबपोश बदमाशों ने डंडों से उनकी पिटाई शुरू कर दी। उनके पास चाकू और तमंचे भी थे। पीटने के बाद बदमाश उन्हें घसीटते हुए पास के जंगल में ले गए और पेड़ से बांध दिया। बदमाश कह रहे थे कि इन्हें साहब के पास ले चलो।
'साहब' भी करता है पिटाई
फिर एक लंबा-चौड़ा आदमी सामने आया। उसने तीनों को गालियां बकते हुए अपने साथियों से उनका सामान छीनने को कहा। बदमाशों ने भानुप्रताप के पास से बाइक, उसका मोबाइल, 5000 रुपए और बब्बू के पास से 1000 रुपए लूट लिए। करीब एक घंटे बाद विछुइया निवासी सोनू भी अपनी दुकान से घर लौट रहा था। बदमाशों ने उसे भी उन तीनों के साथ बांध दिया। उसकी बाइक, मोबाइल और 2500 रुपए लूट लिए। फिर चारों को पेड़ में बंधा छोड़कर भाग गए। सोनू ने किसी तरह हाथ खोले और बाकी तीनों को भी खोला।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
भानू और उसके दोस्त वारदात की सूचना देने बल्लिया चौकी पर पहुंचे। सभी सिपाही सो रहे थे। तीनों ने जगाया लेकिन वे नहीं उठे। सोनू के फोन करने पर भमोरा थाने से पुलिस की जीप तो आई लेकिन सुबह थाने में आकर बात करके चली गई। सुबह चारों रिपोर्ट लिखवाने थाने गए तो एसओ ने चोरी की रिपोर्ट लिखवाने की बात कही। मंडे को चारों डीआईजी के पास पहुंचे। उन्होंने उचित कार्रवाई के आदेश किए हैं।
पहली बार नहीं हुआ
चार दिन पहले पड़ेली निवासी पवन कुमार यादव के साथ भी ऐसी ही वारदात हुई थी। वह पत्नी के साथ थे। बदमाशों ने उनसे बाइक, मोबाइल, कैश व पत्नी के जेवर लूट लिए थे। पुलिस ने इस मामले को भी गंभीरता से नहीं लिया और लापरवाही बरती।