बरेली(ब्यूरो)। बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से शहर में कई स्थानों पर निर्माण कार्य किए जा रहे है। लेकिन इनमें से कई कार्य अधूरे पड़े हुए हैैं। शहर के प्रमुख रूट के डिवाइडर का निर्माण नए सिरे से किया जा रहा हैैं। कार्य के दौरान पब्लिक सेफ्टी को नजरअंदाज किया जा रहा हैैं। शहर में चल रहे इन निर्माण कार्यो में पब्लिक सेफ्टी का किस तरह से ध्यान रखा जा रहा हैैं। इसी को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने रियलिटी चैक किया हैैं।
जिम्मेदार बने हुए हैैं अंजान
स्मार्ट सिटी की ओर से शहर में सडक़, रोटरी से लेकर डिवाइडर का निर्माण कार्य किया जा रहा हैैं, बिना प्रोपर प्लानिंग के किया जा रहा कार्य से पब्लिक को खासा परेशानी हो रही हैैं। स्मार्ट सिटी के जिम्मेदारों पर लापरवाही इस कदर हावी हैैं कि निर्माण कार्यो में देरी होने की बात पता होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही हैैं। पब्लिक भी कई बार स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यो से हो रही परेशानियों को लेकर शिकायत कर चुकी हैैं। लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही हैैं।
लापरवाही की हद की पार
निर्माण कार्य के दौरान स्मार्ट सिटी की ओर निर्माण स्थल पर कहीं बजरी छोड़ दी जाती हैैं तो कहीं डिवाइडर को तोडक़र निकाली गई सरियों को बीच रोड पर रख दिया जाता हैैं। स्मार्ट सिटी की इस लापरवाही का भुगतान बरेलियंस को करना पड़ता हैैं। कई बार राहगीर बिना बेरिकेडिंग के किए जा रहे निर्माण कार्यो को देख नहीं पाते हैैं और चोटिल हो जाते हैैं। शहर के चौपुला चौराहा से लेकर सेठ दामोदर पार्क तक स्मार्ट सिटी की ओर से डिवाइडर बनाने का कार्य किया जा रहा हैैं। लखनऊ-दिल्ली हाइवे होने के कारण इस रोड पर दिन-रात काफी ट्रैफिक रहता हैैं। स्मार्ट सिटी की ओर से इस रोड पर डिवाइडर व नाले का निर्माण किया जा रहा हैैं। इसके लिए स्मार्ट सिटी ने सडक़ चौड़ीकरण के चलते पुराने डिवाइडर को हटा दिया हैै। इस कारण बीच रोड पर डिवाइडर के स्थान पर गड्ढा हो गया हैैं। पब्लिक की सेफ्टी को दरकिनार करते हुए यहां पर कोई भी बेरिकेडिंग नहीं की गई हैैं। डिवाइडर के साथ ही रोड किनारे नाला निर्माण के लिए गड्ढा भी खोद दिया गया हैै। जिसके आसपास मिट्टïी का ढेर लगा दिया गया हैै। यहां पर जिम्मेदारों द्वारा किसी प्रकार की बेरिकेडिंग नहीं की गई हैै। इस कारण रोड पर हादसा होने की संभावना बनी रहती हैैं। ठीक इसी तरह के हालत स्मार्ट सिटी द्वारा कराए जा रहे अन्य निर्माण स्थलों की हैैं। पब्लिक की सेफ्टी को देखते हुए जिम्मेदारों को यहंा पर रिफ्लेक्टर के साथ प्रॉपर बेरिकेडिंग की जानी चाहिए।
सीन-1, श्यामगंज रोड
श्यामगंज से सैटेलाइट के रास्ते पर रोड चौड़ीकरण के साथ ही डिवाइडर तोडऩे का कार्य किया जा रहा हैैं। पब्लिक सेफ्टी को इग्नोर कर यहां पर कार्य किया जा रहा है। डिवाइडर से निकल रही सरिया रोड तक जा रही हैैं। जिससे टकराकर कई राहगीर चोटिल हो चुके हैैं। लेकिन अभी तक जिम्मेदारों ने इसकी ओर ध्यान नहीं दिया हैैं। इसके पास ही डिवाइडर का मलबा भी पड़ हुआ हैैं। जिसमें फिसलकर कई बार वाहन सवार गिरते हुए नजर आते हैैं।
सीन-2, मिशन हॉस्पिटल के सामने
इस हाइवे पर दिन-रात वाहने निकलते रहते हैैं। जिम्मेदारों ने यहां पर पुराने डिवाइडर को उखाड़ दिया हैै, लेकिन यहां किसी प्रकार की बेरिकेडिंग नहीं की हैै। इसके साथ ही रोड किनारे नाला निर्माण के लिए गड्ढा भी खोद दिया गया हैै। इसके कारण कई बार वाहन चालक चोटिल हुए हैैं। हाइवे होने के कारण स्मार्ट सिटी की लापरवाही से हादसे की संभावना और भी बढ़ जाती हैै।
सीन-3, विकास भवन रोड
यहां पर निर्माणाधीन डिवाइडर पर सेफ्टी के लिए स्मार्ट सिटी की ओर से बीच रोड पर ईंट रख दी गई हैैं। जिसके पास से गुजरने पर कई राहगीर ईंट से फिसलकर वाहन से गिर चुके हैैं। लेकिन स्मार्ट सिटी के जिम्मेदारों ने ईंटों से बेरिकेडिंग करके सेफ्टी के इंतजाम कर दिए हैैं।
राहगीरों की बात
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने जब राहगीरों से इस बारे में पूछा तो राहगीर नीतेश ने बताया कि शहर के विकास के लिए जिम्मेदारों ने पब्लिक की सेफ्टी को ही ताक पर रख दी हैैं। इस तरह से कार्य में लापरवाही से बड़ा हादसा भी हो सकता हैैं। वहीं राकेश का कहना था कि पूरे शहर में इसी तरह की हालत हैैं, पब्लिक की सेफ्टी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैैं। निर्माण के नाम पर पब्लिक को परेशान किया जा रहा हैैं। इसको लेकर जिम्मेदारों को ध्यान देने की जरूरत हैैं।
वर्जन
स्मार्ट सिटी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य से पब्लिक को परेशानी होने की जानकारी हुई हैैं। इसको लेकर संबंधित को उचित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
-भूपेश कुमार सिंह, महाप्रबंधक, बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड