बरेली (ब्यूरो)। शाही क्षेत्र में चार महीनों के अंदर छह महिलाओं की हत्या से सनसनी का माहौल है। अब तक के सभी घटनाक्रमों पर नजर डालें तो वे सब एक ही पैटर्न पर होने की बात सामने आई है। क्षेत्रवासियों से बातचीत में पुलिस को भी ऐसा ही पता चला है। ऐसे में बहुत कुछ इस बात का अनुमान है कि कहीं इन हत्याओं के पीछे कोई साइको किलर तो नहीं है। आईजी ने भी इस बात को जांच में रखते हुए जांच करने के निर्देश पुलिस को दिए हैं। उनकी फटकार के बाद हरकत में आई पुलिस अब इन हत्याओं को लेकर गंभीर नजर आने लगी है। फिलहाल 17 ङ्क्षबदुओं पर जांच शुरू हो गई है।

विरोध के बाद संज्ञान
एक के बाद एक कर छह महिलाओं की हत्या के बाद से क्षेत्रवासियों में आक्रोश का माहौल है। वहीं महिलाएं दहशत में हैं। गुस्साए लोगों ने गुरुवार को रोड जाम कर पुलिस के विरुद्ध प्रदर्शन किया था। इस दौरान लोगों ने काफी देर तक रोड पर हंगामा किया था। लोगों का आक्रोश देख पुलिस अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए थे। लोगों के तेवर देख आईजी रेंज ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संज्ञान लिया और सीओ मीरगंज हर्ष मोदी, इंस्पेक्टर शाही सतेंद्र भड़ाना सभी को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने सब को तलब भी कर लिया। आईजी के निर्देश पर ही शुक्रवार को एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल शाही थाने पहुंचे। पूर्व प्रधान, प्रधान व अन्य के साथ की गई बैठक में चर्चा हुई कि सभी घटनाओं को कारित करने का तरीका समान है।

अकेले न निकलें महिलाएं
ऐसे में इस बात की अंदेशा है अधिक है कि घटना के पीछे किसी सिरफिरे (साइको किलर) का हाथ हो। इसके लिए अपील की गई कि यदि किसी को कोई संदिग्ध दिखता है तो उसके बारे में तत्काल पुलिस को सूचित करें। हिदायत दी कि राजफाश न होने तक महिलाओं को अकेले खेत में न भेजें। बैठक के बाद एसपी देहात ने इंस्पेक्टर व सीओ से कई ङ्क्षबदुओं पर जानकारी ली। कई टीमें गठित कर गोपनीय रूप से भी क्षेत्र में सक्रिय कर दी गईं हैं। बीट सिपाहियों को सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। खजुरिया, सेवा ज्वालापुर, भमोरा, डूंगरपुर, बिहारीपुर गांवों के जंगल व बहगुल और डोडा नदी के किनारे पुलिस ने ड्रोन से निगरानी भी कराई गई।

पुलिस खंगाल रही कुंडली
पुलिस कांस्टेबल्स को 17 ङ्क्षबदुओं का एक प्रोफार्मा सौंपा गया है, जिसके जरिए गांव का नाम, मृतक का नाम, शरीर पर कोई चिह्न, टैटू, नदी से घटनास्थल की दूरी, मछली मारने वालों की संख्या व विवरण, गांव में असामाजिक तत्व, तांत्रिक, फकीर, पेट्रोलपंप की दूरी, ईंट भ_ा पर काम करने वाले बाहरी, सीसीटीवी की संख्या व स्थान, गांव से बाहर काम को गए या वापस आने वाले व्यक्तियों की जानकारी, पूर्व में वांछित अपराधी, पूर्व में हुई दुष्कर्म व हत्या की घटनाएं, गैर पंजीकृत घटनाएं, ई रिक्शा व टेंपो स्टैंड, मानसिक विक्षिप्तों की कुंडली तैयार कर रही है।

12 टीम्स लगाई गईं
आईजी रेंज डॉ। राकेश ङ्क्षसह ने शुक्रवार को सीओ मीरगंज हर्ष मोदी, इंस्पेक्टर शाही सतेंद्र भड़ाना, पूर्व थाना प्रभारी बलवीर ङ्क्षसह को तलब किया था। तीनों आईजी कार्यालय पहुंचे और बीते एक साल में हुई महिलाओं की हत्या के संबंध में सिलसिलेवार जानकारी दी। हाल में ही एक-एक कर छह महिलाओं की हत्या में समानता पर आईजी ने क्षेत्र में किसी सिरफिरे, संदिग्ध व बाहर से आए लोगों की कुंडली तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि जिन-जिन क्षेत्रों में हत्याएं हुईं हैं, वहां पर अनिवार्य रूप से बीट सिपाहियों की ड्यूटी तय की जाए। साथ ही सुनसान वाले क्षेत्रों में पिकेटिंग की जाए। सीओ ने बताया कि घटना के राजफाश के लिए 12 टीमें काम कर रहीं हैं।

गठित की एसआईटी
शाही में महिलाओं की हत्या की घटनाओं के राजफाश के लिए आईजी रेंज डॉ। राकेश ङ्क्षसह ने एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल के पर्यवेक्षण में एसआईटी गठित कर दी है। इससे पहले सीओ मीरगंज हर्ष मोदी, इंस्पेक्टर शाही सतेंद्र भड़ाना, पूर्व थाना प्रभारी बलवीर ङ्क्षसह के साथ कार्यालय में बैठक की। बीते एक साल में हुई महिलाओं की हत्या के संबंध में सिलसिलेवार जानकारी ली। 10 ङ्क्षबदुओं पर निर्देश जारी किए। साथ ही कहा कि जिन-जिन क्षेत्रों में हत्याएं हुईं हैं, वहां पर अनिवार्य रूप से बीट सिपाहियों की ड्यूटी तय की जाए। साथ ही सुनसान वाले क्षेत्रों में पिकेटिंग की जाए।

इन 10 ङ्क्षबदुओं पर दिए निर्देश
1. क्षेत्र में घटित घटनाओं के अनावरण हेतु गठित टीमों द्वारा पुन: घटनास्थलों का गहनता से निरीक्षण कर आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जाए।
2. घटनाओं के घटनास्थल से प्राप्त वैज्ञानिक साक्ष्यों का गहनता से अध्ययन कर विधि विशेषज्ञों से राय प्राप्त कर कार्यवाही की जाए।
3. घटनाओं के अनावरण हेतु सीसीटीवी कैमरों से महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त कर प्रकरणों में आवश्यक कार्यवाही की जाए।
4. घटनाओं के अनावरण हेतु एसओजी एवं सर्विलांस टीम को लगाकर आवश्यक कार्यवाही की जाए।
5. क्षेत्र की ग्राम सुरक्षा समितियों के साथ गोष्ठी कर समिति के सदस्यों को जागरूक किया जाए।
6. क्षेत्र के चौकीदारो के साथ बैठक कर घटनाओं के अनावरण संबंधी महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रदान किए जाने एवं भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं के प्रति संवेदनशील रहने हेतु निर्देशित किया जाए।
7. क्षेत्र के ग्राम प्रधानों/संभ्रांत व्यक्तियों के साथ शांति व्यवस्था के ²ष्टिगत पीस कमेटी की मीङ्क्षटग की जाए।
8. क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं के ²ष्टिगत हाटस्पाट का चिह्नीकरण कर सघन रूप से नियमति रूप से काङ्क्षबग की जाए।
9. संदिग्ध, घुमंतू, नशेबाज, आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों का चिह्नीकरण किया जाए। घटनाओं में संलिप्तता के संबंध में गहनता से जांच की जाए.10- अनिवार्य रूप से पिकेङ्क्षटग की जाए।

बोले अधिकारी
सीओ और थाना प्रभारी से पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली गई है। घटनाओं के राजफाश के लिए 10 ङ्क्षबदुओं पर निर्देश जारी किए गए हैं। उसी क्रम में थाने में प्रधानों, चौकीदारों व संभ्रांत लोगों के साथ एसपी देहात ने बैठक भी की है। एसपी देहात के पर्यवेक्षण में ही एसआइटी गठित कर दी गई है.- डॉ। राकेश ङ्क्षसह, आईजी रेंज