बच्चे की डिलीवरी के बाद नाजायज वसूली के विरोध में परिजनों से मारपीट
महिला डॉक्टर ने उठाया मरीज के परिजन पर हाथ, हॉस्पिटल से बाहर निकाला
भीड़ ने हॉस्पिटल को घेरा, सीओ फर्स्ट सहित तीन थानों की पुलिस मौके पर
BAREILLY: इलाज में वसूली और तीमारदारों से बदतमीजी के कलंक से शहर का एक और नामी प्राइवेट हॉस्पिटल दागदार हुआ है। फ्राइडे को चौपुला में सिटी स्टेशन के सामने अर्क नं। 4 हॉस्पिटल में जबरदस्त हंगामा हो गया। हॉस्पिटल में डिलिवरी कराने एडमिट हुई महिला के परिजनों से इलाज के नाम पर मुहमांगी रकम की मांग की गई। परिजनों के आपत्ति करने पर मेडिकल स्टाफ व डॉक्टर्स ने बदसलूकी व मारपीट की। परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल वालों ने इलाज की मांगी रकम न देने पर बच्चे को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी। हंगामे की खबर पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों को भी तीमारदारों और भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ा।
डिलीवरी के मांगे 60 हजार
सीबीगंज में रहने वाली बबली गुप्ता ने बहू पूनम गुप्ता को डिलीवरी के लिए अर्क नं। 4 हॉस्पिटल में 8 दिन पहले एडमिट कराया। हॉस्पिटल में तीन दिन पहले पूनम को सिजेरियन से बेटी हुई। परिजनों का कहना है कि हॉस्पिटल ने ऑपरेशन का खर्च 35 हजार मांगा था। डिलिवरी के बाद डॉक्टर्स ने पूनम की बच्चेदानी फटने की बात कही और इलाज के लिए 60 हजार रुपए की मांग की। परिजनों का कहना है कि उन्होंने इलाज की रकम में कुछ छूट करने की गुजारिश की तो हॉस्पिटल वालों ने बदतमीजी शुरू कर दी।
लेडी डॉक्टर ने सास को पीटा
परिजनों का कहना है कि थर्सडे को ही इलाज की रकम चुकाने को लेकर हॉस्पिटल की ओर से दबाव बनाया जाने लगा। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर्स ने इलाज की रकम न देने पर बच्ची का खून निकालने की धमकी दी। फ्राइडे सुबह पूनम की सास बबली गुप्ता हॉस्पिटल पहुंची तो उनके साथ स्टाफ ने बदतमीजी की। परजिनों का आरोप है कि हॉस्पिटल की संचालिका डॉ। कविता शर्मा ने बबली गुप्ता को इलाज की रकम में आपत्ति दर्ज कराने पर थप्पड़ मारा और धक्का देकर हॉस्पिटल से बाहर निकाल दिया।
बेटे पर किया हमला, चेन लूटी
हॉस्पिटल में लेडी डॉक्टर से बेइज्जत होने और मां की पिटाई किए जाने की खबर मिलते ही बबली गुप्ता का बेटा राहुल हॉस्पिटल पहुंचा। घटना का विरोध करने पर हॉस्पिटल परिसर में ही खड़ी एक कार में तीन युवकों ने मिलकर राहुल पर हमला कर दिया। राहुल का आरोप है कि युवकों ने उसकी सोने की चेन लूटने की कोशिश की। खींचतान में चेन टूट गई और उसे हॉस्पिटल से बाहर कर दिया गया। राहुल ने घटना की जानकारी साथियों को दी तो मौके पर कई स्टूडेंट्स व शिवसेना कार्यकर्ता जुट गए। भीड़ ने हॉस्पिटल के खिलाफ नारेबाजी की और हंगामा शुरू कर दिया।
तीन थानों की पुलिस पहुंची
सुबह 10 बजे से शुरू हुआ विवाद दोपहर 12 बजने तक हंगामे की शक्ल में तब्दील हो गया। नारेबाजी कर रही भीड़ को संभालने किला थाना, कोतवाली और सुभाषनगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों व भीड़ ने पुलिस के मामला रफा दफा करने की बात पर नाराजगी जताई। इस दौरान भीड़ का पुलिस अधिकारियों से भी विवाद हो गया। स्थिति न संभलती देख सीओ फर्स्ट असित श्रीवास्तव और सीओ एलआईयू नागेन्द्र चतुर्वेदी भी मौके पर पहुंचे। परिजनों ने हॉस्पिटल स्टाफ व डॉक्टर्स की ओर से मांफी मांगने और लूटी गई चेन का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की।
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सफेद कोट ने फिर किया शर्मसार
मीडिया से डॉक्टर्स ने की बदसलूकी, फोटोजर्नलिस्ट का कैमरा छीना
पुलिसकर्मियों परलगे वसूली के आरोप, हॉस्पिटल के खिलाफ तहरीर
BAREILLY: अर्क नं। ब् में हुई घटना ने मरीजों के लिए भगवान का दर्जा पाए डॉक्टरी पेशे को एक बार फिर शर्मसार किया है। फ्राइडे को हुई घटना के दौरान हंगामे की कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मियों से भी हॉस्पिटल स्टाफ ने बदतमीजी की। हंगामे की तस्वीर ले रहे एक अखबार के फोटोजर्नलिस्ट का कैमरा छीन लिया गया और अभ्रदता की गई। वहीं हॉस्पिटल के ही सीनियर डॉक्टर ने मीडिया से हॉस्पिटल में कदम रखने पर बदतमीजी की और बाहर निकलवा दिया। मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने गेट बंद कर सभी मीडिया को बाहर ही रोक कर रखा।
पुलिस पर वसूली के आरोप
हंगामे के दौरान पुलिस का रवैया भी भीड़ को अखरा। हॉस्पिटल में मौजूद मलूकपुर चौकी इंचार्ज तेजवीर सिंह, सिपाही दिनेश कुमार और सिपाही शैलेन्द्र भदोरिया पर लोगों ने वसूली किए जाने के आरोप लगाए। भीड़ ने आरोप लगाया कि हॉस्पिटल का पक्ष ले रहे तीनों पुलिसवाले शाम होते ही शराब पीकर वसूली करते हैं। तीनों पुलिस वालों की हॉस्पिटल से सांठ गांठ है।
आईएमए ने की मीटिंग
फोटोजर्नलिस्ट सुधीर कुमार ने कैमरा व लैंस छीने जाने और हाथापाई के आरोप लगाते हुए किला थाना में हॉस्पिटल के खिलाफ तहरीर दी है। वहीं घटना के बाद प्राइवेट हॉस्पिटल्स के डॉक्टर्स भी लामबंद हो गए। फ्राइडे शाम को आईएमए प्रेसीडेंट डॉ। रवि खन्ना की अगुवाई में डॉक्टर्स ने भी मीटिंग की। आईएमए ने पूरी घटना में एकपक्षीय रवैया अपनाए जाने के आरोप लगाए, साथ ही परिजनों व भीड़ के हंगामे करने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
किसी भी हॉस्पिटल के खिलाफ मरीज को कोई कंप्लेन है तो उसे पुलिस, प्रशासन या आईएमए फोरम पर भी उठा सकते हैं। लेकिन हंगामा करना, भीड़ इकट्ठा करना गलत है। हॉस्पिटल की ओर से मुहमांगी फीस लेने के आरोप गलत हैं।
- डॉ। रवि खन्ना, प्रेसीडेंट, आईएमए