बरेली (ब्यूरो)। एमजेपीआरयू की परीक्षाओं को शीतकालीन अवकाश में कराने को लेकर चल रहा विरोध अब बेअसर नजर आने लगा है। रविवार के बाद सोमवार को भी विश्वविद्यालय की परीक्षाएं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गईं। सोमवार को तीनों पालियों में 3500 छात्र-छात्राओं ने परीक्षाएं दीं। इसके साथ ही बरेली कालेज में बड़ी परीक्षाओं को आयोजित कराने की तैयारियां तेज कर दीं।

तैयारी हुई तेज
बरेली कालेज में विश्वविद्यालय परीक्षाएं सोमवार को प्राचार्य प्रोफेसर ओपी राय और चीफ प्राक्टर डा। आलोक खरे के निर्देशन में कराया गया। पहली पाली में 2000, दूसरी पाली में 800 और तीसरी पाली में 700 परीक्षार्थियों ने परीक्षाएं दीं। डॉ। आलोक खरे ने बताया कि बरेली कालेज का उडऩदस्ता लगातार सतर्कता बरत रहा है। सोमवार को भी अधिकांश कक्षा कक्षों में चेङ्क्षकग की गईं, लेकिन एक भी परीक्षार्थी नकल करते हुए नहीं पकड़ा गया। इसके अलावा आगामी दिनों की परीक्षाएं संपन्न कराने की तैयारी तेज कर दी है।

छूटी परीक्षाएं जनवरी में
बरेली कालेज के वाणिज्य विभाग के प्रभारी प्रोफेसर भूपेंद्र ङ्क्षसह ने बीकाम प्रथम सेमेस्टर के सभी छात्र-छात्राओं को बताया कि तीनों मेजर सब्जेक्ट बिजनेस कम्युनिकेशन, बिजनेस आर्गेनाइजेशन, बिजनेस स्टेटिक्स की मिड टर्म परीक्षाएं तीन जनवरी को सुबह 10:00 से 11:30 बजे तक होंगी। वाणिज्य विभाग में आयोजित परीक्षाओं के लिए तय समय पर मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि बीकाम तृतीय व पंचम सेमेस्टर के वे सभी छात्र-छात्राएं जिनकी मिड टर्म परीक्षाएं किन्हीं कारणों से छूट गईं हैं, उनकरी परीक्षाएं छह जनवरी को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक वाणिज्य विभाग में आयोजित की जाएंगी।


कक्षाएं संचालित करने के निर्देश
बरेली कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर ओमप्रकाश राय ने चीफ प्राक्टर, बीएड विभाग समेत सभी विभागाध्यक्षों, प्राध्यापकों को पत्र जारी करके बताया कि महाविद्यालय में विश्वविद्यालय की सत्र 2023-24 की स्नातक विषम सेमेस्टर की परीक्षायें 15 दिसंबर से हो रही हैं और 22 दिसंबर तक तीनों पालियों में बड़ी परीक्षायें हैं। इन परीक्षाओं को कराने के लिये महाविद्यालय परिसर के नया परीक्षा भवन, कक्ष संख्या एक से 41 तक, विज्ञान संकाय व कला संकाय के कई व्याख्यान कक्षों, प्रयोगशालाओं की आवश्यकता होगी। ऐसे में जरूरी है कि जिन प्राध्यापकों ने पठन पाठन के लिए इस अवधि में कक्षाएं निर्धारित की हैं तो वे अपनी कक्षाए चीफ प्राक्टर के संज्ञान में लाते हुए बीएड विभाग में संचालित कराएं। इससे परीक्षा के दौरान भी शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं होगा।