BAREILLY: मेन एग्जाम्स में कॉलेजेज के लिए सबसे ज्यादा चुनौती प्राइवेट स्टूडेंट्स को लेकर होगी। आरयू ने अधिकांश प्राइवेट स्टूडेंट्स के सेंटर रेगुलर स्टूडेंट्स के साथ उनहीं के कॉलेज में बनाया है। एक-दो कॉलेजेज ऐसे हैं जिनके प्राइवेट स्टूडेंट्स को दूसरे कॉलेजेज में शिफ्ट किया गया है। बरेली कॉलेजेज में रेगुलर से ज्यादा प्राइवेट स्टूडेंट्स की संख्या है। यहां पर रेगुलर के मुकाबले प्राइवेट स्टूडेंट्स की संख्या डबल है। वह भी तब जब फॉर्म भरवाने के प्रोसेस के दौरान कॉलेज ने प्राइवेट स्टूडेंट्स की संख्या लिमिट कर दी थी।
रेगुलर के मुकाबले डबल स्टूडेंट्स
बरेली कॉलेज में प्राइवेट स्टूडेंट्स का एग्जाम कंडक्ट कराना चुनौती भरा होगा। यहां पर रेगुलर के मुकाबले प्राइवेट स्टूडेंट्स की संख्या डबल है। यूजी में क्क्,भ्भ्क् रेगुलर स्टूडेंट्स एग्जाम देंगे। जबकि कॉलेज में एग्जाम देने वाले प्राइवेट स्टूडेंट्स की संख्या ख्9,ब्ख्9 है। वहीं पीजी के एग्जाम्स में ख्,900 स्टूडेंट्स एग्जाम देंगे। जबकि पीजी में प्राइवेट स्टूडेंट्स की संख्या ख्0,ख्8म् है। वहीं वीरांगना रानी अवंतीबाई गर्ल्स डिग्री कॉलेज के प्राइवेट स्टूडेंट्स का सेंटर सूरज भान में ट्रांसफर कर दिया है। कॉलेज प्रशास ने प्राइवेट स्टूडेंट्स का सेंटर बनाए जाने को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी। इसके पीछे संसाधनों की कमी का कारण बताया था। इसके अलवा राजकीय महाविद्यालय, फरीदपुर के प्राइवेट स्टूडेंट्स का सेंटर भी ट्रांसफर कर ग्लोरियस कॉलेज में कर दिया है।