- प्राइवेट स्टूडेंट्स के सेंटर्स डिसाइड नहीं कर पा रहा है आरयू

- कॉलेजेज सेंटर्स बनने से दूर भाग रहे हैं

BAREILLY: प्राइवेट स्टूडेंट्स के लिए ज्यादा कॉलेजेज में सेंटर्स ओपन करने की आरयू की मंशा परवान नहीं चढ़ रही है। हालत तो यह है कि कोई भी कॉलेज प्राइवेट स्टूडेंट्स की जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार नहीं है। जबकि आरयू प्राइवेट के थ्रू एग्जाम कराने की व्यवस्था पर अड़ा हुआ है। सिचुएशन इस कदर विकट हो गए हैं कि प्राइवेट के सबसे बड़े सेंटर बीसीबी ने भी इस बार उनकी भीड़ पर लगाम लगाने का मन बना लिया है। आरयू के सामने प्रॉब्लम खड़ी हो गई है। जब तक सेंटर डिसाइड नहीं होंगे तब तक उनसे फॉर्म भराने का प्रोसेस शुरू नहीं हो सकता। यही कारण है कि आरयू ने पहले रेगुलर स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन व्यवस्था शुरू कर दी। जबकि प्राइवेट स्टूडेंट्स के लिए फॉर्म भराए जाने की डेट डिक्लेयर नहीं की है। जबकि सबसे ज्यादा प्रॉब्लम्स इनहीं के फॉर्म भराने में फेस करनी पड़ती है।

सेंटर के लिए कई बार मांगा प्रस्ताव

प्राइवेट स्टूडेंट्स का एग्जाम कराना एक बड़ी समस्या बन गई है। आरयू अपने यहां एग्जाम कंडक्ट नहीं कराता। कॉलेजेज पर इसकी जिम्मेदारी सौंप रखी है। एडेड समेत कुछ एक-दो राजकीय कॉलेजेज ही प्राइवेट स्टूडेंट्स का एग्जाम कंडक्ट कराते हैं। जबकि इनकी संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। इसी वजह से आरयू ने इस बार कॉलेजेज को इनके सेंटर बनाने के लिए आमंत्रित किया था। दो-तीन बार कॉलेजेज को रिमाइंडर भेजा गया। लेकिन कॉलेजेज ने इस तरफ दिलचस्पी नहीं दिखाई।

बीसीबी भी पैर खींच रहा है

आरयू के प्राइवेट स्टूडेंट्स का सबसे बड़ा सेंटर बीसीबी है। मेन एग्जाम के समय कैंपस में टेंट लगाकर स्टूडेंट्स को बिठाया जाता है। हर कोने में उनकी बैठने की व्यवस्था की जाती है। यहां तक की इंटर कॉलेजेज में भी सेंटर बनाया जाता है। इस बार कंडक्ट हुए मेन एग्जाम में करीब 70,000 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने बरेली कॉलेज ने फॉर्म भरा था। कॉलेज अब इतने बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को मैनेज करने के लिए अपने आप को अक्षम बता रहा है। इस बार कॉलेज ने इनकी संख्या कम करने का मन बना लिया है। करीब भ्0 परसेंट की कटौती की बात कह रहा है।

तो इसलिए नहीं भराए जा रहे हैं फॉर्म

एक तरफ बीसीबी प्राइवेट स्टूडेंट्स की संख्या कम करने पर अड़ा हुआ है। तो दूसरी तरफ नए कॉलेजेज इंट्रेस्ट नहीं दिखा रहे हैं। यही वजह है कि आरयू इनके सेंटर्स डिसाइड नहीं कर पा रहा है। ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद स्टूडेंट्स जिस कॉलेज में एग्जाम देंगे फॉर्म वहीं पर जमा करेंगे। सेंटर्स डिसाइड नहीं होने पर आरयू ने इनके लिए ऑनलाइन की व्यवस्था शुरू नहीं की है। रजिस्ट्रार एके सिंह ने बताया कि प्राइवेट स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन प्रोसेस जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। क्भ् के बाद इनके फॉर्म भी ऑनलाइन हो जाएंगे। सेंटर्स बनाने का काम फाइनल स्टेट पर है।