- कागजी कार्रवाई की चल रही थी प्रक्रिया, बैरक के शौचालय में फंदे से लटका मिला शव
बरेली : एनडीपीएस एक्ट में जिला जेल में बंद बंदी की रिहाई से पहले मौत हो गई। कोर्ट से उसे जमानत मिल गई थी। बस रिहाई के लिए कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फंदे से लटकने से युवक की मौत होने की बात सामने आई है।
रिहाई की चल रही कार्रवाई
मृतक भूरा सिरौली के मकबरा गांव का रहने वाला था। इसी साल फरवरी माह में करीब नौ साल पुराने एनडीपीएस के मुकदमे में वारंट जारी होने के बाद वह जेल पहुंचा था। जेल प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार देर रात बैरक के बंदी जब सो गए तो वह शौचालय पहुंचा। वहां गमछे का फंदा बनाकर शौचालय की कुंडी पर लटक गया और जान दे दी। जानकारी तब हुई जब एक दूसरा बंदी शौचालय के लिए पहुंचा तो उसने देखा कि भूरा फंदे पर लटका हुआ है। उसके द्वारा जेल प्रशासन को सूचना दी गई। जेल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस की मौजूदगी में शव फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
हत्या का आरोप
इधर, भूरा की मौत के बाद भाई बदन सिंह स्वजन सहित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। कहा कि चार दिन पहले ही उनसे फोन पर बात हुई थी। उनकी जमानत होने की जानकारी भी दी गई थी। इससे वह खुश थे। वह ऐसा नहीं कर सकता। उन्होंने भाई की हत्या होने का आरोप लगाया। भूरा के तीन बच्चे एक लड़की व दो लडके हैं। एक लड़का दिव्यांग है।
फंदे पर लटकने से भूरा की मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में है¨गग की पुष्टि हुई है। घटना की न्यायिक जांच का अनुरोध किया गया है।
- विजय विक्रम सिंह, जिला जेल अधीक्षक