-डीएम, एसएसपी, सीएमओ ने सदर तहसील में प्रेसवार्ता करके कहा-सतर्कता रखे

वर्ष - मलेरिया के मरीज

2018 - 37425

2019 - 46417

2020 - 11682

2021 - 1415

अगस्त से दिसंबर तक महीनों में सतर्कता बढ़ाने से ही केस होंगे नियंत्रित

बरेली : बदायूं बार्डर से सटी बेल्ट में मझगवां, रामनगर और आलमपुर जाफराबाद में मच्छरों का प्रकोप मलेरिया का कहर बरपा चुका है। एक बार फिर मलेरिया के केस बढ़े हैं। इसलिए मच्छरों की नर्सरी खत्म करने के लिए डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार को नोडल अधिकारी बनाया गया है। डीएम नितीश कुमार ने मलेरिया और डेंगू के खिलाफ रणनीति रखते हुए कहा कि मौजूदा वक्त में डेंगू का एक भी मरीज रिपोर्ट नहीं हुआ है।

अभी डेंगू का नहीं मिला मरीज

तहसील सदर में हुई प्रेसवार्ता में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण और सीएमओ डॉ। बलवीर सिंह मौजूद थे। सीएमओ ने बताया कि सीएचसी और पीएचसी में एक स्पेशल टीम सिर्फ वायरल बुखार के मरीजों को ही इलाज मुहैया करा रही है। लोगों को मलेरिया और डेंगू का फर्क बताया जा रहा है। लोगों से फीडबैक लेंगे। डीएम नितीश कुमार ने कहा कि नगर आयुक्त को शहर में क्लस्टर बनाकर एंटी लार्वा छिड़काव करने के लिए कहा गया है। तालाब के आस-पास पानी का अलग से जमावड़ा भी नर्सरी पनपाने में मददगार होता है। नालियों की सफाई कराने को कहा गया है। कोशिश यही है कि मलेरिया को नियंत्रित रखा जाए। बता दें कि बरेली में फैल्सिपैरम मलेरिया का प्रकोप 2018 वर्ष के बाद से लगातार रहा है। डीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जागरूक होने से बीमारी से बचा जा सकता है।