-सुबह परिजन सीएचसी पर लेकर रोगी को
-परिजनों का स्टॉफ पर लापरवाही का आरोप
BHAMAURA : सरकार के लाख प्रयास के बावजूद सरकारी कर्मचारी समय के पाबंद नहीं हो रहे हैं, जिसका खामिया आम लोग उठा रहे हैं। को काफी परेशानी होती है। सीएचसी पर समय से इलाज न मिलने के कारण एक गर्भवती ने दम तोड़ दिया। परिजन महिला को लेकर सुबह आठ बजे सीएचसी आए थे, लेकिन डॉक्टर साहब दस बजे पहुंचे, जिसकी वजह से देर से इलाज शुरू हुआ था। परिजनों ने सीएचसी स्टॉफ पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
सिर्फ वार्ड ब्वॉय मौजूद था
कस्बा देवचरा नई बस्ती निवासी रामवीर की पत्नी ईश्वरी देवी (फ्8) गर्भवती थी। शनिवार रात प्रसव पीड़ा हुई। रविवार सुबह क्08 पर कॉल करके एम्बुलेंस से सुबह 8:फ्0 बजे ईश्वरी को सीएचसी में भर्ती कराया गया था। सीएचसी पर सिर्फ वार्ड ब्वॉय मौजूद था। रामवीर ने बताया कि डेढ़ घंटे तक उसकी पत्नी दर्द से तड़पती रही, लेकिन इलाज नहीं मिल सका। करीब दस बजे डॉक्टर आए, उसके बाद इलाज शुरू हुआ, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।
डॉ। धर्मेद्र सीएचसी पर थे, उन्हीं ने गर्भवती का उपचार किया था। इलाज में देरी का आरोप निराधार है। उल्टी दस्त आने के कारण हालत बिगड़ गई थी। इसके चलते गर्भवती की मौत हो गई।
डॉ। अजय कुमार, प्रभारी, सीएचसी।