BAREILLY: बीएड के प्रैक्टिकल में यदि किसी स्टूडेंट को 80 परसेंट से ज्यादा मार्क्स मिलते हैं तो कॉलेज को उसका रिकॉर्ड रखना होगा। साथ ही उन्हें इतने ज्यादा मार्क्स दिए जाने का स्पष्टीकरण भी देना होगा। यह प्रोसेस अब कंपलसरी रूप से फॉलो करना होगा। बीएड प्रैक्टिकल में कोडिंग व्यवस्था लागू करने के हाईकोर्ट के निर्देश के बाद आरयू ने सभी कॉलेजेज की प्रिंसिपल्स की मीटिंग ली और कोडिंग की पूरी व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से बताया। सभी प्रिंसिपल्स को यह निर्देश जारी किए गए कि उन्हें कोडिंग के हर नियमों को कंपलसरी रूप से फॉलो करना होगा, नहीं तो वह कोर्ट की अवमानना होगी। आरयू ने सभी को रूल्स व गाइडलांस की लिखित कॉपी भी दी।
स्टूडेंट्स को मिलेग कोडिंग वाला कार्ड
प्रैक्टिकल एग्जाम के समय स्टूडेंट्स को एक सील लिफाफा दिया जाएगा। जिसमें एक कोडिंग युक्त कार्ड होगा। उस कार्ड पर स्टूडेंट्स की फोटो भी होगी। स्टूडेंट्स को वह कार्ड अपने शर्ट पर लगानी होगी। इसके बगैर वह प्रैक्टिकल में अपीयर नहीं हो सकता। इसके साथ ही एग्जामिनर को आरयू में उपस्थित होने के बाद ही उन्हें एक लिफाफा दिया जाएगा। जिसमें यह लिखा होगा कि उन्हें कहां जाना है। इसके बाद उन्हें तुरंत कॉलेज के लिए रवाना होगा। इसके साथ ही कॉलेज को एक शपथ पत्र भी देना होगा कि स्टूडेंट्स वर्तमान सेशन के हैं और उन्होंने सभी रूल्स को फॉलो किया है। इसके अलावा एग्जामिनर को भत्ता देने समेत कई गाइडलाइंस की कॉपी उन्हें सौंपी गई।