-शहर में पीपीपी मॉडल के तहत बनाई जाएंगी सेफ्टी डक्ट
-स्मार्ट सिटी के लिए पीएमसी की हुई मीटिंग
BAREILLY :
बरेली की पब्लिक को अब टूटी सड़कों से जल्द ही निजात मिल सकेगी। बार-बार केबल या पाइप लाइन डालने के लिए अब सड़क नहीं खोदी जाएगी। क्योंकि सबसे अधिक सड़के केबल और पाइप लाइन डालने के लिए तोड़ी जाती है जिसके बाद ठेकेदार अक्सर टूटी ही छोड़कर चले जाते हैं, और पब्लिक परेशान होती रहती थी। लेकिन स्मार्ट सिटी में चयन होने के बाद नगर निगम ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। नगर निगम के पीएमसी यानि प्रोजेक्ट मैनेजर कंसलटेंट की बैठक भी हो चुकी है। स्मार्ट सिटी के लिए शहर में फैसिलिटी डक्ट पूरे शहर में बनाई जाएगी। जिसका काम पीपीपी मोड के तहत कराया जाएगा। पीपीपी मोड के तहत नगर निगम को रुपए खर्च न करके इंवेस्टर से सीधे टाईअप करके अपनी शर्तो के अनुसार इंवेस्टर से काम कराएगा।
क्या हाेंगे फायदा
-बिजली को छोड़कर सभी केबल फैसिलिटी डक्ट में रहेंगी
-कोई भी फॉल्ट को ढूंढने में आसानी रहेगी
-किसी भी कंपनी को रोड खोदने की जरूरत नहीं पड़ेगी
-पब्लिक को बार-बार रोड टूटने के झंझट से मिलेगी मुक्ति
-सरकारी बजट भी नहीं होगा व्यर्थ में खराब
-कोई भी कंपनी अनुमति लेकर सेफ्टी डक्ट का कर सकेगी इस्तेमाल
-नगर निगम को राजस्व की भी होगी बढ़ोत्तरी
कैसे हाेगी वर्किंग
नगर निगम इसके लिए पीपीपी मॉडल के तहत इंवेस्टर से रुपए लगवाएगा। जिसके बदले उससे जितने वर्ष का नगर निगम से समझौता होगा उतने वर्ष का किराए वसूल करेगा। इसमें नगर निगम को अपना पैसा इंवेस्ट ही नहीं करना है। पूरा काम इंवेस्टर को ही अपना रुपए लगाकर कराना है। उसको ही टाईअप होने तक देखभाल करनी होगी।
संकरी गलियों में आएगी समस्या
स्मार्ट सिटी के लिए नगर निगम पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत) पूरे शहर में फैसिलिटी डक्ट बनवाएगा। लेकिन शहर के कुछ हिस्सों में सड़के अधिक संकरी है। जहां पर निकलने भर को जगह मुश्किल से है, ऐसे में नगर निगम रोड किनारे डक्ट कहां बनवाएगा। इस पर नगर निगम अफसरों का कहना है कि इसके लिए एक्सपर्ट से सलाह लेकर उसका कोई हल निकाला जाएगा क्योंकि डक्ट पूरे शहर में बनाई जानी है, न कि कुछ एरिया में।
पीपीपी मॉडल से पार्किंग का काम शुरू
नगर निगम ने पीपीपी मोड के तहत शहर के कुतुबखाना में मल्टी लेवल पार्किंग का टाईअप शहर के ही एक इंवेस्टर से किया है। टाईअप के तहत इंवेस्टर को तीन स्टोरी पार्किंग बनाना है जिसमें 250 गाडि़यां पार्किंग होने की व्यवस्था होगी। जिसमें ग्राउंड और सेकंड फ्लोर पर गाडि़यों की पार्किंग की व्यवस्था होगी। जबकि फर्स्ट फ्लोर पर इंवेस्टर शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनवाएगा, और उनसे भी किराया वसूलेगा। फिलहाल इस पार्किंग को तैयार होने पर अभी दो वर्ष का समय लगेगा।
इससे नगर निगम को राजस्व की बढ़ोत्तरी होगी, इंवेस्टर को ही अपना रुपए लगाकर पूरा काम कराना है। जिसमें इंवेस्टर से नगर निगम का टाईअप होगा और उसके तहत काम होगा। स्मार्ट सिटी में फैसिलिटी डक्ट का काम भी पीपीपी मोड के तहत ही होना है। इसके लिए इंवेस्टर आमंत्रित किए जाएंगे।
राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त बरेली