- फॉल्ट के चलते बिजली के लिए तरस रहे शहरवासी
- हर महीने शहर को 10 मिलियन यूनिट बिजली की और आवश्यकता
BAREILLY:
बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही गर्मी में बरेलियंस पर हंटर बनकर बरस रही है। ख्0 घंटे की बिजली बरेली को मिल रही है, लेकिन उसकी सप्लाई करने में विभाग नाकाम है। फॉल्ट के चलते दिन-भर बिजली आंख-मिचौली का खेल खेल रही है। ऐसे में, ख्ब् घंटा की सप्लाई क बात करना ही बेमानी है। अधिकारियों ने नाकामी को छिपाने के लिए बिजली की डिमांड मुख्यालय को नहीं भेजा।
ट्रांसमिशन दे रहा ख्0 घ्ांटे बिजली
सिविल लाइंस स्थित ट्रांसमिशन से ख्0 घंटे की बिजली डिस्ट्रिब्यूशन को दी जा रही है। यदि, सैटरडे को ट्रांसमिशन से डिस्ट्रिब्यूशन को दी गई बिजली की बात करें तो, बेसू टाउन, कुतुबखाना, सदर कैंट, रामपुर गार्डेन सब स्टेशन को ख्0 घंटे क्0 मिनट बिजली दी गई। वहीं एमईएस, दूरदर्शन, शहदाना, रेलवे और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट को ख्ब् घंटे तक की बिजली दी गई, लेकिन आलम यह है कि शहरवासियों को ख्0 घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है। ब् घंटे की रोस्टिंग को छोड़ दिया जाए तो, लोकल कटौती और फॉल्ट के चलते लोगों को क्0 घंटे भी बिजली मिलना मुश्किल हाे गया है।
रोजाना ख्भ् लाख यूनिट
फिलहाल शहर से जुड़े कंज्यूमर्स के लिए रोजाना ढाई मिलियन यानि ख्भ् लाख यूनिट बिजली की आवश्यकता है। इस हिसाब से करीब 70 मिलियन बिजली हर महीने की जरूरत है। लेकिन, शहर के लोगों को म्0 मिलियन ही बिजली मिल पा रही है। यानि क्0 मिलियन बिजली की और आवश्यकता शहर में है।
लाइन में फॉल्ट न आए इसके लिए विभाग क्षेत्र वाइज मेंटेनेंस का काम करवा रहा है। कंज्यूमर्स के मुताबिक, बिजली कम मिलना भी एक समस्या है। लोगों को भी चाहिए कि, बिजली का मिस यूज न करे।
नंदलाल, एक्सईएन, बिजली विभाग